उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2017 – BJP Victory 325 Seats in UP Election, भा ज पा की विशाल जीत और जनता की उम्मीदें

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की विशाल जीत नें सभी राजनितिक दलों को चौंका दिया है। UP assembly election 2017 में ऐसा क्या हुआ कि BJP के खाते में 325 सीटें आ गयीं ये अपने आप में एक सवाल है और एक बदलाव भी। Uttar Pradesh (UP) Assembly Elections 2017 का result इतना भयावह होगा ये UP की सत्तारूढ़ पार्टी नें नहीं सोचा होगा। समाजवादी पार्टी (SP) और बहुजन समाज पार्टी (BSP) दोनों के लिये 13 March का दिन अच्छा नहीं रहा क्योंकि हालिया उत्तर प्रदेश में हुए विधानसभा के चुनाओं में SP व BSP दोनों ही पार्टिओं का प्रदर्शन काफी लचर रहा यहाँ तक कि अब इनके अस्तित्व पर ही सावाल उठनें लगे हैं।

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11 February से लेकर 8 March 2017 तक सात चरणों में हुये मतदान जिसमें हर पार्टी (BJP, BSP Congress and SP) अपनी – अपनी जीत का पुख्ता दावा कर रही थी ; मगर 13 मार्च 2017 को जैसे ही नतीजे सामने आने लगे कुछ पार्टियों में निराशा फैल गयी जिसमें कांग्रेस, बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी शामिल हैं। March 13 , 2017 को Uttar Pradesh (UP) Assembly Elections 2017 का रिजल्ट अगर किसी पार्टी के लिये खुशियों भरा रहा तो वो है भारतीय जनता पार्टी (BJP) जिसने total 403 विधानसभा सीटों में से अकेले 325 सीटों पर कब्ज़ा जमा लिया ; वहीं SP और BSP को क्रमशः 54 एवं 19 सीटों से ही संतोष करना पड़ा।

एक ऐसा दौर था जब कभी उत्तर प्रदेश की राजनीति में कांग्रेस पार्टी की तूती बोलती थी और आज का दौर ऐसा है कि congress अपने दम पर सरकार तो क्या 10 सीटें भी नहीं जीत सकती। हालिया UP Election 2017 के परिणामों नें congress पार्टी की कमर तोड़ कर रख दी है। बात सिर्फ उत्तर प्रदेश की नहीं है , कांग्रेस का पूरे देश में लगातार कम होता जन-आधार पार्टी के भविष्य पर प्रशन चिन्ह लगा रहा है। उत्तर प्रदेश में हुये लोक सभा और विधान सभा के इलेक्शन जिसमें कांग्रेस की घोर पराजय हुई जिसे देख ऐसा अहसास होता है कि कांग्रेस पार्टी अपने पतन की ओर अग्रसर है। इसमें कोई दो राय नहीं की भारतीय राजनीति का मौजूदा दौर पूरी तरह भा ज पा के पक्ष में है और BJP इस वक्त हिंदुस्तान की सबसे ताकतवर पार्टी के रूप में उभर रही है जिससे न सिर्फ कांग्रेस को खतरा है बल्कि उन तमाम राजनीतिक दलों को खतरा है जो जाती और धर्म को आधार मानकर अपनी सत्ता की दुकान चला रहे थे।

खैर अगर मैं मौजूदा हालात का विश्लेषण करूँ कि आखिर ऐसा क्या हुआ कि BJP 325 seat जीत कर UP में सत्ता पर आ गयी ? कुछ लोग सोच रहे होंगे की ये नरेंद्र मोदी और अमित शाह का कमाल है ; पर ऐसा कहना पूरी तरह से ठीक नहीं है। विगत 14 – 15 वर्षों से उत्तर प्रदेश की राजनीति केवल समाजवादी और बहुजन पार्टी के इर्द-गिर्द ही घूम रही थी जिसमें समूचे उत्तर प्रदेश सूबे का कुछ खास विकास नहीं किया जिसको लेकर जनता में भी काफी आक्रोश रहा। Congress को छोड़ अगर हम SP , BSP कि बात करें तो ये पार्टियाँ केवल जाती के आधार पर ही वोट मांगती आयीं हैं , जिसमें ख़ास बात यह है कि इन दोनों नें ही अपनी जाती के लोगों का कुछ विशेष भला भी नहीं किया।

वर्तमान जनादेश जो उत्तर प्रदेश की राजनीति में कभी ऐसा नहीं हुआ कि किसी पार्टी का पूरी तरह सफाया हो गया हो और एक विशेष पार्टी बहुत बलशाली बनकर उभरी हो ; ये जनादेश साफ़ दर्शाता है कि कहीं ना कहीं UP की जनता SP और BSP से निजात पाना चाहती थी। भारतीय जनता पार्टी की ये विशाल जीत जिसमें एक बिंदु और उभरकर आता है जिसे हम जात – पात बोलते हैं। जहाँ तक 325 सीटों के आंकड़े को देखें तो ये कदापि संभव नहीं है कि कोई पार्टी जात – पात के आधार पर इतने बड़े आंकड़े तक जा पहुँचे। इसका अर्थ यह हुआ कि इस बार उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाओं में जाती की गणित पूरी तरह विफल रही जिस कारणवश SP एवं BSP जैसी जातीगत राजनीति करनें वाली पार्टियाँ बिखर गयीं। ये महा विजय संकेत है कि अब देश में जातीगत राजनीति धीरे – धीरे अपने पतन की ओर चल रही है जो कि किसी भी लोकतांत्रिक देश के लिये एक अच्छा संकेत है।

उम्मीद है BJP (भारतीय जनता पार्टी) अपनी इस विशाल जीत पर ज्यादा नहीं इतरायेगी बल्कि इस विशाल जनादेश जिसमें उत्तर प्रदेश के हर जाती वर्ग एवं धर्म की आकांक्षायें निहित हैं उनका सम्मान करते हुए उनके उम्मीदों पर खरी उतरेगी और उत्तर प्रदेश वास्तव में उत्तम प्रदेश बनकर सामने आयेगा।