BCCI कोहली से हारी , कोच बनने कि अब किसकी बारी ?
जून 20, 2017 को भारत के पूर्व दिग्गज गेंदबाज और मौजूदा भारतीय क्रिकेट टीम के कोच (जो कि अब इस्तीफा दे चुके हैं) अनिल कुंबले अपने और कप्तान विराट कोहली के बीच बढ़ रहे विवाद को देखते हुए खुद अपने कोच पद से स्तीफा दे दिया। अपने इस्तीफे की घोषणा उन्होनें अपने Twitter Account पर एक लेटर लिख कर की जिसके बाद क्रिकेट खेल से जुड़े वर्तमान और पूर्व के खिलाड़ियों नें अपनी प्रतिक्रिया देनी शुरू कर दी।
किसने क्या कहा अनिल कुंबले के इस्तीफे के बाद:
कुंबले एक कड़े कोच थे लेकिन टीम इंडिया के कुछ लोगों को यह बात अच्छी नहीं लगी, क्योंकि उन्हें कोई ऐसा कोच चाहिए था जो उन्हें ट्रेनिंग के लिए ना कहकर शॉपिंग और घूमने के लिए इज़ाज़त दे। — सुनील गावस्कर (पूर्व भारतीय क्रिकेटर, कमेंटेटर)
अगर टीम इंडिया को अनिल कुंबले जैसे व्यक्ति से समस्या है तो पता नहीं सहवाग के कोच बनने पर क्या होगा। — शोएब अख्तर (पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर)
कुंबले के टीम इंडिया के कोच पद से हटने के बाद यह सवाल उठता है कि आखिर क्रिकेट टीम का बॉस कौन है ? कप्तान या कोच ? — डीन जोन्स (पूर्व ऑस्ट्रेलिआई क्रिकेटर)
मेरे करियर के दौरान कुंबले मेरे सीनियर रहे हैं। उन्होनें प्लेयर के तौर पर मुझे काफी सपोर्ट किया , हालांकि कोच के तौर पर मैं उन्हें ज्यादा नहीं जनता हूँ पर ये कहूंगा कि उनकी जगह लेना काफी मुश्किल होगा। — वीरेन्द्र सहवाग (पूर्व भारतीय क्रिकेटर, कमेंटेटर)
टीम को ऐसे दिग्गज को साथ रखने के लिए संघर्ष करना चाहिए। मुझे निराशा होगी अब अगर कोई कुंबले को बड़ी जिम्मेदारी नहीं मिलती। — हर्षा भोगले (कमेंटेटर)
टीम इंडिया एक बहुत ही खास व्यक्ति को खो रही है। उम्मीद है वो किसी रोल में टीम इंडिया के साथ रहेंगे। — माइकल वॉन (पूर्व इंग्लैंड क्रिकेटर)
मेरी ज़िन्दगी में मेरे कोच गुरु के समान रहे हैं। मैं भी उन्हें नापसंद करता था, फिर भी 20 साल तक उनसे जुड़ा रहा। वो हमेशा मुझे ऐसी बातें कहते थे, जो मैं सुनना नहीं चाहता था। — अभिवन बिंद्रा (भारतीय शूटर)
अनिल कुंबले ने अपने क्रिकेट जीवन का आखरी टेस्ट मैच 29 अक्टूबर 2008 और आखरी एक दिवसीय क्रिकेट मैच 19 मार्च 2007 में खेलकर हमेशा के लिए अपने क्रिकेट जीवन को समाप्त कर लिया। सन 1990 से लेकर वर्ष 2008 तक का उनका यह सफर काफी शानदार रहा जिसकी मदद से भारतीय क्रिकेट अपनी ऊंचाईयों को छूता गया। अनिल कुंबले के प्रदर्शन कि अगर हम बात करें तो टेस्ट क्रिकेट में उन्होनें कुल 619 विकेट और एक दिवसीय मैच में कुल 337 विकेट लिए हैं , इस प्रकार उनका नाम विषय के अधिकतम विकेट प्राप्त गेंदबाजों में आता है।
विगत वर्ष 24 जून 2016 को बी.सी.सी.आई नें कुंबले को टीम इंडिया का हेड कोच नियुक्त किया। गौरतलब है कि उनको यह कार्यकाल केवल एक वर्ष के लिए दिया गया था जो कि आई.सी.सी चैंपियन ट्रॉफी 2017 के बाद समाप्त होने वाला था। Committee of Administrators (CoA) के मुख्य अध्यक्ष विनोद राय ने यह घोषणा कर कहा कि अनिल कुंबले वेस्ट इंडीज के दौरे तक टीम इंडिया के Head Coach बने रहेंगे , मगर Captain Virat Kohli के साथ जारी गतिरोध और भारत कि चैंपियन ट्राफी में करारी हार के बाद अनिल कुंबले ने स्वतः ही ये फैसला किया कि अब उन्हें Team India के Head Coach के पद से त्यागपत्र दे देना चाहिए।
विवाद होने और विवाद बढ़ने की कोई ठोस जानकारी तो किसी को नहीं पता केवल BCCI Board, CoA, Anil Kumble and Virat Kohli को छोड़कर। पर मीडिया ख़बरों के मुताबिक बात तो यही है कि अनिल कुंबले के सख्त रवैये से कप्तान विराट कोहली नाखुश थे और दोनों के बीच बात-चीत पिछले कुछ महीने से लगभग बंद थी। विराट कोहली के नाखुश होने का प्रमुख कारण तो जगजाहिर नहीं है मगर ऐसा आंकलन है कि Anil Kumble काफी सख्त थे ट्रेनिंग और मैच प्रैक्टिस को लेकर। पर क्या केवल इतनी ही बात रही होगी यह कहना मुश्किल है , कुछ और भी बातें है कि कुंबले टीम सिलेक्शन में अपना दखल और कुछ अन्य पुराने खिलाड़ियों के फेवर में ज्यादा थे, साथ ही साथ नए खिलाड़ियों को लेकर भी वह अपनी पसंद को आगे करते थे। यही कुछ अहम् वजह हैं जिनको लेकर कुंबले और कोहली का टकराव गहराता गया और दूरियाँ बढ़तीं चली गयीं।
अपने पूरे क्रिकेट जीवन में अनिल कुंबले काफी सभ्य , सकारात्मक , मर्यादित और गुणवान खिलाड़ी रहे। सन 1990 से लेकर 2008 तक कुल 18 साल के विशाल करियर में उनके प्रति कोई आरोप नहीं लगे और न किसी से दुर्व्यवहार की खबर आयी ऐसे में भला कोहली को इतने बेहतरीन खिलाड़ी से क्या समस्या हो सकती है !
अनिल कुंबले का अपने कार्य के प्रति समर्पित होना , गुरु के दृष्टिकोण से थोड़ा कठोर होना , गैर जरूरी क्रियाकलापों पर लगाम कसना , खिलाड़ियों को अनुशासन में रखना , शॉपिंग और डिस्को – पार्टी पर पाबन्दी लगाना इतना महंगा साबित हुआ कि उनको अपने कद से काफी छोटे लड़के के सामने झुकना पड़ा ! अगर ये पाबंदियां ही इस्तीफे की असल वजह हैं तो फिर यह कहना गलत नहीं होगा कि भारतीय क्रिकेट टीम कि कप्तानी गलत हाथों में सौंपी गई है। विराट कोहली ने अपने अड़ियल रवैये से सिर्फ अपना ही नहीं उन तमाम आने वाले और वर्तमान टीम में शामिल युवा खिलाड़ियों को अच्छी शिक्षा से वंचित कर दिया जो अनिल कुंबले उन सभी को प्रदान कर सकते थे। विराट कोहली के हाथ में वर्तमान तो है किन्तु … भविष्य ? ये उनको भी नहीं पता। मैं यह कहने में जरा भी नहीं हिचकिचाता कि विराट कोहली अभी विश्व में एक अच्छे बल्लेबाज के तौर पर जाने जाते हैं पर एक अच्छा बल्लेबाज होना खेल का एक पहलू है सम्पूर्ण खेल नहीं। खैर, कोहली नें कुंबले के साथ दुर्व्यवहार कर अपने लिए गड्ढा तो खोद लिया है देखना ये है कि वे उस गड्ढे में गिरते कब हैं क्योंकि संसार में कुछ भी स्थिर नहीं है फिर वो चाहे आपका रुतबा हो या समय, एक दिन सब बदल जाता है।
Head Coach पद के दावेदार ! वह कौन-कौन से नाम हैं जिनको लेकर चर्चा है।
खबर है कि BCCI के सीनियर मेंबर राजीव शुक्ल ने कहा कि अगले महीने में होने वाली श्रीलंका दौरे से पहले नया कोच चुन लिया जायेगा। India Cricket Team के head coach के लिए जिन नामों पर चर्चा जोरों पर है वो कुल 5 नाम हैं मगर कोहली की पसंद रवि शास्त्री को उन पांच नामों में जगह नहीं मिली है हालांकि रवि शास्त्री ने इसबार कोच पद के लिए आवेदन भी नहीं दिया है।
पहला नाम – वीरेन्द्र सहवाग
वीरेन्द्र सहवाग वर्ल्ड कप विजेता भारतीय टीम के हिस्सा रह चुके हैं और उनके सम्बन्ध भी सभी टीम मेंबर के साथ अच्छे रहे हैं । यहाँ एक बात और अहम् है कि वर्तमान India Team के captain Virat Kohli के व्यक्तिगत सम्बन्ध भी वीरेन्द्र सहवाग से अच्छे हैं। वीरेन्द्र सहवाग भारतीय टीम में अब तक के बेहतरीन ओपनर के तौर पर जाने जाते हैं। अपने अच्छे खेल और अच्छे सम्बन्धों कि बदौलत वीरेन्द्र सहवाग रेस में दिखाई दे रहे हैं।
दूसरा नाम – टॉम मूडी
टॉम मूडी India Team का कोच बनने की रेस में वीरेन्द्र सहवाग से आगे माने जा रहे हैं वजह है कि वो पहले श्रीलंका क्रिकेट टीम के कोच रह चुके हैं। टॉम मूडी अभी IPL में Hyderabad Sunrisers टीम के कोच हैं। Tom Moody के खेल कि अगर हम बात करें तो वे ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट में एक बेहतरीन All-Rounder के रूप में जाने जाते हैं , उनको बैटिंग, बोलिंग , फील्डिंग का अच्छा तजुर्बा होने के साथ साथ टॉम मूडी को कोच का अनुभव होना ही वीरेन्द्र सहवाग पर भारी पड़ता दिखाई दे रहा है।
तीसरा नाम – रिचर्ड पाइबस
इनका पूरा नाम Richard Alexander Pybus है और ये भी पूर्व में पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के कोच रह चुके हैं। रिचर्ड पाइबस को वैसे प्रमुख तौर पर बेहतरीन रणनीतिकारों में जाना जाता है जो क्रिकेट के लिहाज से काफी जरूरी है। रिचर्ड पाइबस का सबसे नकारात्म पहलु यह है कि इन्हें International Test या One Day Cricket Match खेलने का कोई भी अनुभव नहीं है। गौरतलब है कि इंग्लैंड के इस खिलाड़ी नें कभी वन-डे या टेस्ट मैच नहीं खेला है फिर भी वे Pakistan जैसी क्रिकेट टीम के कोच और सलाहकार रहे , मगर India Team का कोच बनना शायद उनके लिए मुश्किल हो।
चौथा नाम – लालचंद राजपूत
इनका पूरा नाम Lalchand Sitaram Rajput है, June 2016 से लालचंद राजपूत अफगानिस्तान क्रिकेट टीम के head कोच हैं। Lalchand Rajput नें अपने क्रिकेट करियर में केवल 2 Test और 4 ODI matches ही खेले हैं मगर कोचिंग का अनुभव इन्हें अच्छा है। ये 2008 IPL Season में Mumbai Indians जैसी महत्वपूर्ण टीम के कोच रहे , इसके अलावा लालचंद नें Under 19 Cricket Team के कोच की कमान भी संभाली है। फ़िलहाल जो परिस्थितियां हैं उनको देखते हुए इनका भारतीय टीम का कोच बनना मुश्किल है।
पांचवां नाम – डोडा गणेश
Doddanarasiah Ganesh इनका भी व्यक्तिगत क्रिकेट खेल कुछ खास नहीं रहा । डोडा गणेश नें कुल 4 Test Match और केवल 1 ODI Match खेला है जिसमें वे कुछ खास नहीं कर पाए। अपने करियर की शुरुआत इन्होनें एक विकेटकीपर के तौर पर की, Opener बल्लेबाज भी रहे मगर थोड़ा इनको बोलिंग के काम से ही याद किया जाता है। जहाँ तक क्रिकेट कोचिंग का सवाल है डोडा गणेश को सिर्फ गोवा क्रिकेट टीम की कोचिंग का ही अनुभव है।
अनिल कुंबले का Indian Cricket Team के कोच पद से इस्तीफा देना फ़िलहाल एक गरम मुद्दा बना हुआ है जिसमें दुनियां के तमाम बड़े खिलाड़ी भी अपने विचारों के साथ मैदान में कूद पड़े हैं कि आखिर Anil Kubmle जैसी बेहतरीन इंसान और खिलाड़ी को Virat Kohli नें नापसंद कैसे कर दिया। सवाल तो यह भी उठ रहे हैं कि क्या क्रिकेट में भी स्टारडम बोल रहा है ? अगर टीम का कप्तान ही सबकुछ है तो फिर कोच की जरूरत क्या है।
मैं कोई क्रिकेट विशेषज्ञ नहीं और ना ही कोई पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी जो इस अखाड़े में कूद कर कुश्ती लड़ूं। फ़िलहाल भारतीय क्रिकेट टीम का कोच पद खाली है आवेदनों का सिलसिला जारी है देखते हैं किसे अगली जिम्मेदारी दी जाती है। मगर सबसे बड़ी बात यह कि क्या अगला कोच विराट कोहली की पसंद बन पायेगा ? या फिर नहीं !