IPL Title Sponsorship – ViVO नें लगाई 2199 करोड़ की बोली अगले 5 साल के लिए आई पी एल से करार
आई. पी .एल में 2199 करोड़ की बोली किसी प्लेयर के लिए नहीं लगी ! ये बोली लगाई गयी है IPL का टाइटल प्रायोजक बनने के लिए। बी .सी. सी .आई नें Title Sponsor बनने के लिए इस वर्ष टैंडर निकाले थे, जो 21 जून से शुरू थे और इसकी अंतिम तारीख 27 जून थी। कई कंपनियों नें इस रेस में हिस्सा लिया। वर्तमान में टीम इंडिया को स्पांसर करने वाली चाइनीज कंपनी ‘ओप्पो’ भी इस होड़ में शामिल थी लेकिन एक अन्य चाइनीज मोबाइल निर्माता कंपनी नें सबसे बड़ी बोली 2,199 करोड़ की लगाई और आने वाले 5 साल 2018 से 2022 तक आई .पी. एल का टाइटल प्रायोजक बन गयी। वह मोबाइल कंपनी कोई और नहीं बल्कि ‘वीवो’ है जो अब अपनी पहचान भारतीय मोबाइल बाजार में बना चुका है। IPL Title Sponsorship बनने की होड़ कई बड़ी कंपनियों में देखी गई पर अंततः बाजी मरी VIVO नें।
वीवो द्वारा लगयी गयी ये बोली पिछले वर्ष की बोली से 10 या 20 गुना नहीं बल्कि करीब 500 गुना से ज्यादा बड़ी बोली जान पड़ती है । VIVIO अब आने वाले 5 सालों 2022 तक Indian Premier League के लिए टाइटल स्पांसर करेंगी; साथ ही साथ मार्केटिंग का भी ध्यान रखेगी। IPL के चेयरमैन राजीव शुक्ला नें इसे लेकर कहा कि हम विवो के साथ एक बार फिर से जुड़के खुश हैं जो अगले 5 सालों तक हमारा IPL Title Sponsor होगा। विवो के साथ हमारा पिछले 2 सत्रों मे साथ रहा है और हमें यकीन है कि आगे ये साथ अधिक बेहतर और सफल होगा। ” बी .सी. सी .आई के कार्य वाहक अध्यक्ष सी. के. खन्ना ने कहा विवो नें बाज़ार में एक बड़े ब्रांड के रूप में पहचान बनाई है। हम विवो को अपना टाइटल स्पांसर बनाकर खुश हैं। वहीं कार्य वाहक सचिव अमिताभ चौधरी ने भी इस जुडाव पर ख़ुशी जताई और कहा टाइटल स्पांसरशिप पाने वाले उम्मीदवारों में हमें कमाल की होड़ देखने को मिली और विवो को दोबारा आई .पी एल से जोड़ने पर हम खुश हैं; इस ब्रांड से अब हमारा रिश्ता अगले 5 वर्षों के लिया होगा।
जानिये पिछले वर्षों में रह चुके आई. पी .एल के स्पॉंसर्स कौन थे:
डी एल एफ DLF – वर्ष 2008 से 2013 तक
पेप्सी Pepsi – वर्ष 2014 और 2015 तक
वीवो Vivo – 2016 और 2017 तक के लिए
वीवो Vivo – पुनः अग्रिम वर्ष 2018 से 2022 तक के लिए