जब हैरी मेट सेजल फिल्म रिव्यू
कलाकार: शाहरुख खान , अनुष्का शर्मा ,चन्दन रॉय सान्याल
निर्देशक: इम्तियाज़ अली
लेखक: इम्तियाज़ अली
संगीत: प्रीतम
टाइप: रोमेंटिक कॉमेडी
अवधि: 2 घंटा 25 मिनट
सर्टिफिकेट: U/A
“जब हैरी मेट सेजल” आज 4 अगस्त को परदे पर आ चुकी है। फिल्म के निर्देशक इम्तियाज़ अली नें जब शाहरुख खान के साथ फिल्म बनाने का ऐलान किया तब से ही ये फिल्म चर्चा में है। पहले जब हैरी मेट सेजल का नाम रिंग रखा जाने वाल था क्योंकि फिल्म एक अंगूठी खो जाने के बाद शुरू होती है और इतन तो जानते हो न अंगूठी को अंग्रेजी मे रिंग कहते हैं। लेकिन जब फिल्म बनना शुरु हुई तो इसका नाम बदल दिया गया। अनुष्का शर्मा जो इस फिल्म में शाहरुख के साथ हैं उन्होंने अपनी पहली बॉलीवुड फिल्म भी शाहरुख खान के साथ ही की थी, इस तरह यह उनकी तीसरी फिल्म है किंग खान के साथ। अनुष्का और शाहरुख़ फिल्म “रब नें बना दी जोड़ी” में पहली बार साथ नजर आये , उसके बाद दोनों फिर से साथ आये “जब तक है जान” फिल्म में; और इनकी दोनों ही फिल्मे परदे पर बड़ी हिट साबित हुई थी । इम्तियाज़ अली बड़े निर्देशक हैं जिनकी इश्क विषय पर पकड़ भी बहुत अच्छी है लेकिन शाहरुख और अनुष्का के साथ ये उनकी पहली फिल्म है तो देखना दिलचस्प रहेगा की क्या किंग खान और अनुष्का शर्मा इम्तियाज़ अली के निर्देशन में एक और हिट दे पाएंगे या नहीं।
फिल्म की कहानी:
फिल्म की कहानी है हरिंदर सिंह नेहरा (शाहरुख खान) उर्फ़ हैरी; और सेजल झावेरी (अनुष्का शर्मा) की । हैरी का ठिकना यूरोप है जहाँ पर वो एक टूर गाइड हैं। सेजल एक गुजरती लड़की है जो इंडिया से घुमने आती है पूरे एक बड़े से ग्रुप के साथ और हैरी इनको सब जगह घुमता है। वो लोग कई देश के कई शहर घूमते हैं बुडापेस्ट, स्पेन पेरिस आदि। इसी ट्रिप में सेजल की सगाई भी होती है लेकिन जब ट्रिप खत्म हो चुकी होती है और सब लोग इंडिया वापस जा रहे होते हैं; लेकिन तभी उसे दिखता है कि उसके हाथ से सगाई की अंगूठी गायब है । हैरी उसे लाख समझता है की आप वापस इंडिया चले जाओ लेकिन सेजल कहती है नहीं बिना अंगूठी इंडिया वापस नहीं जाना। उसके बाद थक-हार के हैरी सेजल की अंगूठी ढूढने में लग जाता है ; इसी खोज बिन के सफ़र में हैरी को प्यार का एहसास होता है की प्यार क्या है क्यों है। सेजल को आज़ादी महसूस होती है हैरी के साथ क्योंकि वो उसे रोकता नहीं टोकता नहीं तो क्या सेजल सगाई के बाद भी हैरी से शादी करेगी या हैरी सेजल को बोल भी पायेगा या नहीं की सेजल मुझे तुमसे प्यार है। क्या होगा ये पता करने के लिए आप को सिनेमा घर तक जाना पड़ेगा।
कलाकारों का अभिनय:
अभिनय के लिए कलाकार का अच्छा होना जरुरी है और उसके बाद निर्देशक भी कमाल का हो तो अभिनय अच्छा ही होता है। इस फिल्म में सब है; शाहरुख खान जिसके के अभिनय के लोग कायल हैं और इस बार भी उन्होंने दीवाना किया है। अनुष्का भी अपनी अदाकारी का लोहा मनवा चुकीं हैं ; सीधा–सीधा कहूं तो आप को फिल्म देखते वक़्त लगेगा कि हैरी और सेजल रियल हैं। लगता नहीं कि वो अभिनय कर रहे है ; बाकी कलाकार भी ठीक हैं । जितना उनके हिस्से आया उन्होंने ठीक से निभाने की कोशिश की है।
जब हैरी मेट सेजल फिल्म रिव्यू:
फिल्म की जान हैं शाहरुख खान और अनुष्का शर्मा। शुरू में आपको लव आजकल की महक भी आ सकती है। बाकी इसमें जब अनुष्का शर्मा गुजराती बोलती हैं तो कॉमेडी हो जाती है और शाहरुख की तो ख़ामोशी में भी इशक है। शाहरुख खान अगर एक बिना बोलने वाली फिल्म यानी मूक फिल्म भी बनायें; बस हिरोइन के पीछे भागें और उसकी आँखों में देखें तो भी आप बोर नहीं हो सकते । उनकी फैन इसी वजह से ज्यादा महिलाएं हैं पुरुषों के मुकाबले। अगर आपको इश्क देखना है या आपकी बीवी या प्रेमिका नाराज़ है तो जनाब कोने की टिकट कटा लो मान जाएगी ।
कितने नंबर मिलने चाहिए जब हैरी मेट सेजल को ?
5 में से 2 अंक देना सही रहेगा