माँ जी मेरे बैग से किसी ने 4000 रुपये चोरी कर लिए, मेरे कमरे में कोई आया था क्या ? निर्मला नें यह सवाल अपनी सासू माँ से पूछा। सास नें निर्मला के पूछे सवाल पर कोई विशेष रूचि न दिखाई और कहा देखो शायद तुमने ही कहीं रख दिए होंगे वो पैसे। इतना
बीएचयू पर एक नज़र: बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी की स्थापना सन 1916 में पंडित मदन मोहन मालवीय द्वारा की गयी। अतीत में बीएचयू को सेंट्रल हिन्दू कॉलेज के नाम से भी जाना जाता था। बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी का परिसर करीब 1300 एकड़ में फैला हुआ है, इतने बड़े ज़मीन का अनुदान कशी नरेश नें प्रदान
कांधला में गुरूवार को कक्षा 7वीं के एक क्षात्र नें ट्रेन से कट कर आत्महत्या कर ली। वजह का जब पता चला तो “ब्लू व्हेल” नामक खेल का नाम सामने आया। हिन्दुस्तान समेत अन्य कई देशों में भी ब्लू व्हेल मोबाइल गेम से हो रही मौतें चिंता का विषय बनीं हुयी हैं। देश के
इन दिनों म्यांमार के “रोहिंग्या मुस्लिम” लोगों का विवाद पूरे विश्व में छाया हुआ है। भारत हमेशा ही रोहिंग्या प्रवासियों से दूरी बनाता आया है पर देश में मौजूद रोहिंग्या समुदाय के लोगों नें सुप्रीमकोर्ट में याचिका दाखिल की है। रोहिंग्या लोगों के अलावा देश में मौजूद कुछ मुस्लिम संगठन और अन्य राजनीतिक दल भी
13 सितंबर 2017 जापान के प्रधानमंत्री शिंजों आबे का किया गया भारतीय दौरा और फिर अगले दिन 14 सितंबर 2017 को देश की पहली बुलेट ट्रेन की घोषणा नें भारतीय राजनीति में चली आ रही सदियों पुरानी प्रथा अमीर बनाम गरीब के मुद्दे को फिर उजारकर कर दिया। विगत कुछ वर्षों में देश के
कुछ पल ज़िन्दगी के ऐसे होते हैं जो हमें हमेशा याद आते हैं; उन्हीं पलों में से एक है मोहब्बत । यह जीवन का वह पड़ाव है जहाँ से हर एक जवां दिल को गुजरना पड़ता है अमूमन तौर पर सभी का प्यार मुकम्मल नहीं होता । बेशक यह मुकम्मल न सही पर फिर
” 5 सितंबर को रात 8:30 बजे एक और वामपंथी पत्रकार गौरी लंकेश की गोली मारकर हत्या कर दी गयी। यह घटना उस वक़्त हुई जब गौरी बंगलुरु स्थित राजराजेश्वरी नगर अपने घर का दरवाजा खोल रही थीं तभी कुछ अज्ञात लोगों नें उनपर गोलियां बरसायीं। गोलियां गौरी लंकेश के सिर में जा लगीं
फ्रांस को पछाड़ते हुए भारत दुनियां की छठवीं सबसे बड़ी इकॉनमी में शामिल हो गया है। अगर जी.डी.पी के आंकड़ों पर गौर फरमायें तो यह $2.45 Trillion के करीब है, इस लिहाज से भारत GDP के आधार पर दुनियां में तीसरे पायदान पर है। हालिया गुजरे वर्षों में भारत नें लार्जेस्ट इकॉनमी के पथ
भारत के एक छोटे से गांव या शहरों से आने वाले बच्चे जो अपने मन में बड़ी उम्मीदें और सपनें संजोए आते हैं, अमूमन तौर पे उन्हें उन सपनों को साकार करने की जद्दोजहत काफी करनी पड़ती है। तमाम तरह की परेशानियों से होता रोजाना सामना उनकी मनःस्थिति पर बहुत बुरा प्रभवा डालती है।
गीता के लिए आज का दिन काफी दुःखदायी था वह सोच रही थी कि विजय ऐसा कैसे कह सकता है। रातभर बिस्तर पर लेटकर वह यही सोचती रही की क्या इतना आसान होता है किसी को यह कह देना कि “अब मैं तुम्हारे साथ नहीं रहना चाहता” ! पर उसके पति विजय नें गीता