फैशन इंडस्ट्री में कई प्रयोग किए जा रहे हैं जिनके चलते फैशन की दुनिया का स्वरूप बदलता चला जा रहा है। यही कारण है कि वर्तमान समय में फैशन जूलरी का चलन बहुत हद तक बदल चुका है। आज के वक्त में महिलाएं खासे तौर पर ज्वैलरी से अपना अलग फैशन सेंस को प्रदर्शित
भारत का एक हीरा भारत ने खो दिया, यह बात सच है कि अटल बिहारी वाजपेयी जी की कमी को कभी पूरा नहीं किया जा सकता। एक प्रखर राजनेता, एक अतुलनीय कवि, एक बेहतरीन वक्ता और एक अखण्ड शख्सियत अब हमारे बीच नहीं है लेकिन अटल जी ने अपने जीवन को इतना बड़ा बना दिया
हम अपनी स्वतंत्रता का एक नया वर्ष पूरा करने जा रहे हैं इस दिवस को मूलतः स्वतंत्रता दिवस के नाम से जाना जाता है। भारतीय होने के नाते मुझे आपको यह बताने की आवश्यकता नहीं कि हमारा देश 15 अगस्त सन 1947 को आज़ाद हुआ था। लेकिन यह सब बातें तो आज बहुत पुरानी
Cinema वाकई में समाज का प्रतिबिंब है, जो हम अपनी जिंदगी में महसूस करते हैं वैसा ही कुछ बड़े पर्दे पर देखने की अपेक्षा रखते हैं, लेकिन कभी-कभी कुछ फिल्में हमारी जिंदगी से भी आगे निकल जाती हैं और इस तरह से वह हमें नए तरीके से जीना और सोचना सिखाती हैं। इसलिए फिल्म
आज का दौरा असीम सुविधाओं का दौर है। इस दौर में सब कुछ इतना अधिक सुविधाजनक हो गया है कि प्रेम भी सुविधाओं पर ही आश्रित होता चला जा रहा है। एक नज़र से देखा जाए तो ऐसा होना लाज़मी भी है, क्योंकि जब कोई चीज सुविधाजनक नहीं होती तो वह संघर्षपूर्ण हो जाती
आज मैं जिस मुद्दे पर आप से बात करने जा रही हूँ। वह मुद्दा बेहद अहम है, खासकर हमारे देश भारत में। चंद रोज़ पहले इंटरनेट पर एक तस्वीर वायरल हुई, उस तस्वीर ने मुझे और शायद बहुत से लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया; उस तस्वीर में खासतौर से तुलना की गई
‘मित्रता दिवस Happy Friendship Day’ ; 5 August 2018 इस विश्व के तमाम रिश्तों में से एक अतुलनीय रिश्ता है दोस्ती । एक बेहतरीन Dosti Yaari से ज़्यादा खूबसूरत इस दुनिया में और कोई रिश्ता हो ही नहीं सकता, क्योंकि दोस्ती ही एक ऐसा रिश्ता है जिसे हम खुद चुनते हैं या यूँ कहा
हिंदू मान्यता के अनुसार वर्ष का सबसे पावन महीना अब आ चुका है। जी हाँ आज हम सावन के अतुलनीय माह की बात करने जा रहे हैं। सावन में एक ओर जहाँ समस्त पृथ्वी हरियाली की चादर ओढ़ लेती है। वहीं दूसरी तरफ यह माह आध्यात्मिक स्वरूप की भी पराकाष्ठा को अपने साथ लिए
हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार रक्षा बंधन जिसे राखी भी कहते हैं, बस कुछ ही दिनों की दूरी पर है। सभी बाजारों में इस त्यौहार की रौनक देखने को मिल रही है। अलग अलग तरीके की सुंदर राखियाँ बाज़ार में आ चुकी है, मिठाइयों से बाज़ार भर चुका है। भाइयों के द्वारा बहनों
जी हाँ आज मैं आपसे एक बहुत अनोखे मुद्दे पर बात करना चाहती हूँ, मैं जानती हूं कि मेरी कुछ बातें आप में से चंद लोगों को खटक सकती हैं लेकिन यह वह सब कुछ है जो मैंने अपनी 21 वर्ष की जिंदगी के इस मोड में महसूस किया। यदि सीधी भाषा में कहा