नारीवाद कोई उपलब्धि नहीं बल्कि ज़िम्मेदारी है। जी हाँ नारीवाद आजकल के दौर में एक ऐसा शब्द बन गया है जो हर एक सशक्त नारी का एक वाजिद अस्त्र और शस्त्र है। इस बात में कोई दो राय नहीं कि दुनिया को आगे ले जाने के लिए नारीवाद का अपने पैरों पर खड़ा होना
हमारी तेजी से बदलती हुई जीवनशैली में बहुत सारी जरूरी चीजें हमसे पीछे छूटती जा रही हैं यही कारण है कि मानव मस्तिष्क को अनगिनत चिंताएं हैं। बढ़ता हुआ कार्य का तनाव, नाकामयाब रिश्ते, गमगीन स्वभाव बहुत से लोगों का हिस्सा बनता जा रहा है। आज जो मैं आपको बताने जा रही हूं यह
बारिश के मौसम की ख़ूबसूरती हम सब जानते हैं, यह खास मौसम हमारी दुनिया की खूबसूरती का सबसे अहम हिस्सा है। यह मौसम अपने संग लाता है ढेर सारी हरियाली, सुहाने बादल, नई ताज़गी जो जिंदगी का लुत्फ़ उठाने के लिए एक नई वजह का पैदा करते हैं। आज मैं आपको बताना चाहूँगी हिंदुस्तान
वर्तमान समय में युवाओं का एक बड़ा हिस्सा ट्रेकिंग (Trekking) में खास रुचि रखता है। यदि हम पिछले दशक का रिकॉर्ड देखें तो हमें मालूम होगा कि भारत के ट्रेकर्स की संख्या में खासा इज़ाफा हुआ है। Trekking पर जाने वाली इस बढ़ती संख्या का एक मुख्य कारण है, नए अनुभव को एकत्रित करने
आजकल हर एक शख्स Creativity के रास्ते पर आगे बढ़ता जा रहा है। सभी को नई चीजों को सीखने का शौक है और सबसे बेहतर बात तो यह है कि अब यह छोटे शौक Career में तब्दील होते जा रहे हैं। जी हाँ, आज मैं आपको बताना चाहूँगी Designing के क्षेत्र से जुड़े कुछ
वर्तमान समय में जीवन शैली में खासा बदलाव देखने को मिल रहा है लोग किसी भी चीज से ज्यादा प्राथमिकता अपने Virtual World को देना पसंद कर रहे हैं। बढ़ता हुआ तनाव, चुनौतीपूर्ण करियर, विफलतायें किसी ना किसी रूप में हमारी मानसिकता पर बुरा असर डाल रही हैं। यह बुरा असर मानसिक विकारों का
हम सभी जानते हैं कि दुनिया में प्रतिस्पर्धा हर नए दिन बढ़ती चली जा रही है। आज के वक्त में खुद को सिद्ध करना सबसे ज्यादा जरूरी होता जा रहा है, यही कारण है कि करियर को इतना महत्वपूर्ण माना जाने लगा हैं। यदि एक तरीके से देखा जाए तो यह सही ही है
भारत ही नहीं अपितु समस्त विश्व में होने वाली सबसे बड़ी मानस सम्मेलन का नाम महाकुंभ। यह पूरी दुनिया में आयोजित होने वाले मेलों में से सबसे बड़े मेले का नाम है। जहाँ पर हर बार करोड़ों की संख्या में जनता शामिल होती है। महाकुंभ हर 12 वर्ष के अंतराल में आयोजित किया जाता
हिंदुत्व के अस्तित्व को और भी गौरान्वित करता हुआ धार्मिक पवित्रता की ओर अग्रसर एक बड़ा पहलू, भारत ही नहीं अपितु संपूर्ण विश्व का सबसे बड़ा अर्धकुम्भ मेला। इस Ardh Kumbh Mela, का नाम सुनते ही इसकी तस्वीर आँखों के आगे दिखाई देने लग जाती है। अनगिनत भक्तों की मौजूदगी, ईश्वर की भक्ति में
वर्ष 2019 बेहद खास है, प्रयाग नगरी इलाहबाद में अर्ध कुंभ धार्मिक मेले का आयोजन 2019 में होना है। आपको बता दें की अर्ध कुम्भ नामक यह धार्मिक पर्व 6 साल में एक बार ही मनाया जाता है जो इलाहबाद के अलावा हरद्वार और उज्जैन में भी आयोजित होता है। Allahabad में आयोजन होने