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समीक्षा हिंदी फिल्म फुल्लू – जो औरत के दर्द को दर्द नहीं समझता भगवान उसे मर्द नहीं समझता

अम्बिअभि बैनर द्वारा रिलीज़ की गयी फिल्म फुल्लू के प्रोडक्शन का जिम्मा संभाला है पुष्पा चौधरी, अनमोल कपूर और रमण कपूर ने। निर्देशन है अभिषेक सक्सेना का , संगीत का तड़का लगया है विक्की अग्रवाल और आरिफ ने और सबसे बड़ी बात इस फिल्म को एडल्ट प्रमाणपत्र दिया है निहलानी साहब ने ये कहके

आखिर क्यों सलमान खान और अजय देवगन दोनों को है ईद का इंतज़ार

भाईजान की फिल्म आ रही है ! भाई जान कौन? बोले तो दबंग खान .. अभी भी नहीं समझे अरे भाई अपने सल्लू मियां “सलमान खान” जिनकी अगली फिल्म ‘ट्यूबलाइट’ ईद पर आ रही है। यह बात आपको तो पता होगी लेकिन अजय देवगन क्यों बेसब्र हो रहे हैं ईद के लिए ? अगर

भारत का पहला प्राइवेट रेलवे स्टेशन

प्राइवेट रेलवे स्टेशन सुनने मे अजीब लग रहा होगा लेकिन ये सच है उतना ही जितना की ये कि सूरज पूरब से निकलता है। भोपाल के हबीबगंज स्टेशन का विकास पब्लिक प्राइवेट भागीदारी योजना के तहत होना तय हुआ है। जिसमे एक प्राइवेट कंपनी बंसल ग्रुप अहम् भूमिका निभा रही है। बंसल ग्रुप ने

भारत से हारा पाकिस्तान फिर भी भारतीयों ने की तारीफ

बीते 4 जून 2017 को पाकिस्तान इंडिया की विराट सेना से बहुत बुरी तरह हारा ; बुरी तरह इसलिये क्योंकि पाकिस्तानी टीम 10 या 20 नहीं 124 रनों से टीम इंडिया से हारी। अगले मुकाबले में पाकिस्तान ने पिछली हार से सबक लेते हुए साउथ अफ्रीका को हराया और अपनी जीत से ये एहसास

21वीं सदी का न्याय

5 साल पहले 16 दिसम्बर 2012, याद है जब निर्भया कांड हुआ था और अभी कुछ दिन पहले दिल्ली से सटे गुरुग्राम मे एक महिला के साथ बलत्कार हुआ और उसके 9 महीने की बच्ची को चलते ऑटो से फेंक दिया गया। एक घटना तमिलनाडु मे भी घटी बिलकुल निर्भया जैसी, ये बातें 21

बिहार बोर्ड का दोस्त

दोस्त वो हैं जो हमको गलती करने से रोकें और अगर जाने-अनजाने कोई गलती हो भी जाए तो उसमें सुधार कैसे करे ये हमें समझाएं , लेकिन फेसबुक के इस दौर मे ऐसे दोस्त बहुत ही कम पाए जाते हैं और जो बचे हैं वो भी विलुप्त हो रहे हैं अहिस्ता – अहिस्ता। आजकल

बाबरी मस्जिद – कब और किसने बनवाई ?

अयोध्या मामले की सुनवाई 8 फरवरी तक टाल दी गई है, लेकिन 8 फरवरी के बाद इसकी सुनवाई लगातार होगी। बाबरी विध्वंस 6 दिसम्बर 1992 को हुआ था। जी हां 25 साल हो चुके हैं और शायद जहाँ से शुरुआत हुई थी इस केस की आज भी हम वहीं पर खड़े हैं। आज भी