कलाम साहब को सलाम
कुछ लोग जाते-जाते हमें जिंदगी जीना सिखा जाते हैं।
जी हाँ, कलाम साहब एक ऐसी शख्सियत थे जिनके मुकाम पर पहुँच पाना नामुमकिन के काफी करीब है। आज उनके जन्मदिन पर मैं आपसे कुछ खास बातें करना चाहती हूँ। वह बातें जो कि कलाम साहब की जिंदगी को और भी रोचक और प्रेरणादायक बनाती है।
मुझे भरोसा है कि इन बातों को जानने के बाद कलाम साहब के प्रति आपका सम्मान और भी अधिक बढ़ जाएगा। अब्दुल कलाम आज़ाद जी के व्यक्तित्व से जुड़ी इन बातों को जानकर आपको ज़रूर ताज्जुब होगा कि किसी एक शख्स में इतने सारी खूबियाँ कैसे हो सकती हैं।
एक अतुलनीय वक्ता
जी हाँ, कलाम साहब एक आदर्श वक्ता थे। उनकी बातें इतनी अधिक प्रभावशाली होती थी कि वह किसी के भी ह्रदय को जीत लेती थी।। यही एक बड़ा कारण था कि उन्हें अलग-अलग स्कूल और कॉलेजों में विद्यार्थियों को मार्गदर्शन देने के लिए बुलाया जाता था। उनके द्वारा दिए गए सफलता के मंत्र को इतना अधिक ताक़तवर बताया जाता था कि उस पथ पर चलकर कोई भी सफलता को अर्जित कर सकता है।
एक परिश्रमी मनुष्य
कलाम साहब बेहद परिश्रमी थे। जैसा कि आप जानते होंगे कि वह एक आर्थिक रूप से संपन्न घर से तालुकात नहीं रखते थे। पैसों की कमी के कारण वह अपने परिवार को सम्भालने के लिए अपने स्कूल के खत्म हो जाने के बाद अखबार बांटने के कार्य को बड़ी तन्मयता से पूरा करते थे। मेहनत करने का जुनून तो कलाम साहब में बचपन से ही था। उनकी मेहनत के कारण ही वह भारत के 11वें राष्ट्रपति बनें।
एक सक्षम लेखक
शायद आप में से यह बात बहुत कम लोग जानते होंगे कि कलाम साहब एक सक्षम लेखक भी थे। उनके द्वारा लिखी गई पुस्तकों को बेहद अनमोल माना जाता है। उनकी पुस्तकों में इंडिया 2020, अग्नि की उड़ान, टर्निंग पॉइंट्स, इग्नाइटेड माइंड्सप्रमुख हैं। साथ ही साथ उन्होंने तमिल भाषा में भी कविताओं का सृजन किया है। यदि आप अब्दुल कलाम आज़ाद जी को और करीब से जानना चाहते हैं तो मैं आपसे कहना चाहूँगी कि आपको उनकी किताबों को ज़रुर पढ़ना चाहिए।
एक बुद्धिजीवी
यह बात किसी से छुपी हुई नहीं है कि कलाम साहब एक प्रखंड बुद्धिजीवी थे। उन्हें समाजशास्त्र, अर्थशास्त्र और विज्ञान का असीम ज्ञान था। हमेशा से पढ़ाई के प्रति उनकी खास रुचि रही थी। वह मानते थे कि शिक्षा ही एक ऐसा शस्त्र है जो हमें हमेशा विजयी बना सकता है। आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि कलाम जी को 40 विश्वविद्यालयों से अलग-अलग डॉक्टरेट की प्राप्ति हुई थी।
एक अद्भुत वैज्ञानिक
भारत के विज्ञान के क्षेत्र में कलाम साहब का योगदान किसी भी लफ्ज़ का मोहताज नहीं है। अब्दुल कलाम आज़ाद जी के कारण ही पोखरण का परमाणु परीक्षण पूर्ण हो पाया था। कलाम साहब ही वह पहले शख्स थे जिन्होंने पूरे हिंदुस्तान को समझाया था कि हमारे देश का एक बड़ा परमाणु शक्ति बनकर सामने आना कितना मुनासिफ़ होगा।
यकीनन कलाम साहब संपूर्णता का एक जीवित उदाहरण हैं। यह बात और है कि कलाम साहब आज हमारे दरमियां मौजूद नहीं लेकिन उनके लिए हमारे दिल में जगह हमेशा बरकरार रहेगी।
लेखिका:
वैदेही शर्मा