82 हज़ार लोग बिना टिकट पकड़े गये, रेलवे ने वसूला 4.82 करोड़ का जुर्मना
अगर रेलवे की ये घोषणा आप दिल से लगा के बैठे हो कि ‘भारतीय रेल आप की अपनी सम्पति है‘। मतलब की जब सम्पति ही अपनी है तो टिकट क्यों लेना आखिर अपने मकान का कोई किराया थोड़ी देता है। लेकिन गुरु, बिजली पानी … ये … वो तो देना पड़ता है; अच्छा समझ गए तो अब ये खबर पढ़ो रेलवे ने पिछले एक साल मे बिना टिकट यात्रा करने वालो को पकड़ने की कोशिश तेज़ी कर दी है। यानी आगे से बिना टिकट यात्रा करना आपकी जेब पर भारी पड़ सकता है। हाल मे ही रेलवे ने 4.82 करोड़ रुपये का जुर्मना वसूला है।
यह मामला पुणे का है जहाँ अप्रैल 2017 से अक्टूबर 2017 तक, एक या दो नही पूरे 82 हज़ार 500 लोगों को बिना टिकट यात्रा करते पकड़ा गया और उन से जुर्मना भी वसूला गया। ये बात यहीं खत्म नही होती है, ठीक इसी तरह उन लोगो के खिलाफ भी करवाई की गई जो अनियमित तौर पर यात्रा कर रहे थे। अनियमित तौर पर यात्रा को सरल शब्दों मे लिखू तो जिस वक़्त का टिकट है उसके बाद यात्रा करना; माने की टिकट सुबह की गाड़ी का है और ट्रेन ली शाम वाली तो ऐसे लोगो को भी पकड़ा गया और इनसे जो जुर्मना के तौर पर कुल 1 करोड़ 94 लाख रुपये की वसूली हुई।
आप ने कभी ध्यान दिया हो या ना, लेकिन कई लोग जरुरत से ज्यादा सामान लेकर रेल मे यात्रा करते है। जबकि ऐसा गलत है आप एक सीमित मात्र मे ही समान ले जा सकते है; लेकिन लोग कहाँ मानने वाले है। रेलवे ने इन लोगो को भी पकड़ा और कुल 11 लाख 33 हज़ार रुपये का जुर्मना वसूला। इस तरह लगभग 1 लाख 72 हज़ार मामलों मे कुल 9 करोड़ 27 लाख की लाख रुपये की राशि वसूली गई। ये सभी कार्रवाई वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक कृष्णाथ पाटील के नेतृत्व मे टिकट निरिक्षको के दल द्वारा की गई।
1 करोड़ 86 रुपये की राशि अक्टूबर के महीने मे जुर्माने के तौर पर वसूली गई जो की बाकी सभी महीनो से ज्यादा है।