जानिये राम रहीम को दोषी करार देने वाले सी बी आई जज “जगदीप सिंह” के बारे में
बीती 26 तारीख को ये तो पता चल गया कि “राम रहीम” एक बाबा नहीं विलेन है जो धर्म की आड़ में वासना का गन्दा खेल खेल रहा था। जज जगदीप सिंह जिन्होंने राम रहीम को दोषी क़रार दिया और 28 अगस्त को जगदीप सिंह ही सजा का फैसला करेंगे। अदालत या जो लोग उनके आस-पास रहते हैं वो जगदीप सिंह को बहुत शांत अपने काम के प्रति समर्पित और भारत के एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में जानते हैं।
क्या कह रहे हो जनाब जिम्मेदार आप भी हो चलो मान लिया लेकिन एक बात बताओ रोड पर कोई जख्मी हालत में पड़ा हो तो भारत के कितने लोग उसे अस्पताल ले कर जायेंगे। शायद एक या दो लोग बाकी सब अपने फ़ोन से उसका विडियो शूट करेंगे। जज जगदीप को जिम्मेदार इसलिए कहा हमने क्योंकि बीते साल सितम्बर में जब वो हिसार से अपने कोर्ट पंचकुला की तरफ़ जा रहे थे तभी उनको रोड पर चार लोग जख्मी हालत में दिखे। जज साहब नें गाड़ी रोकी और102 डायल किया, कहा कि हालत नाजुक है जल्दी से जल्दी एम्बुलेंस भेजें लेकिन फ़ोन के दूसरी तरफ़ बैठे शख्स नें कहा कि उड़ा के भेज दूँ क्या। अगर उसे पता होता की फ़ोन करने वाला कौन है तो वो कतई इस लहजें मे बात ना करता। जगदीप सिंह नें उसे ये भी नहीं कहा की तुम जानते भी हो ‘मै कौन हूँ’ ? उन्होंने चलते राहगीरों की मदद से घायलों को अपनी गाड़ी में डाला और जींद अस्पताल खुद लेकर गये।
उनके जज बनने के सफ़र की बात करे तो पंजाब विश्वविद्यालय से सन 2000 के आस-पास जगदीप जी ने कानून की डिग्री हासिल की और वकालत शुरू कर दी। सिविल और क्रिमिनल के कई केस इन्होने लड़ें, जिसका भी केस या जिसके भी खिलाफ इन्होने केस लड़ा दोनों ही पक्ष इनका नाम कभी नहीं भूल सकते क्योंकि जज जगदीप कम बोलते हैं पर खरा बोलते हैं।
हरियाणा की कानूनी सर्विस में 2012 मे जगदीप आये और सोनीपत मे बतौर जज अपनी पहली पोस्टिंग संभाली। सीबीआई कोर्ट में इनकी पोस्टिंग हाईकोर्ट विभाग के उच्च अधिकारीयों के देख-रख में हुई।