ईमेल आई.डी कैसे बनाते हैं ? Email ID Kaise Banate Hai ! हम सभी ये भली भांति जानते हैं कि अतीत में पत्राचार का माध्यम केवल डाकघर अर्थात post office हुआ करते थे। भारत समेत अन्य सभी देशों में दूर बैठे अपने किसी संबंधी या मित्र को अपनी बात पहुँचाने के लिए पत्र लेखन
कौन थीं मणिकर्णिका ? आपको बता दें की झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई के बचपन का नाम था ‘मणिकर्णिका‘ जिन्हें प्यार से मनु कहकर पुकारा जाता था। रानी लक्ष्मीबाई के प्रमुख बिंदु: जन्म उत्तर प्रदेश के वाराणसी (काशी) जिले के भदौनी नामक शहर में हुआ था। जन्म तारीख दिनांक 19 नवंबर सन 1828 है। माता
Gantantra Diwas Kya Hai ? वैसे तो इस विषय की जानकारी लगभह प्रतेय भारतवासी को होगी। Republic Day Kyu Manate Hain इसके बारे में भी हम सभी देशवासी जानते होंगे। किन्तु प्रायः ये देखने अथवा सुनने में आता है कि युवा पीढ़ी, स्कूली बच्चे अभी भी इसके पूर्ण ज्ञान से वंचित हैं। वे सभी
दिन शनिवार, दिनांक 29 दिसंबर 2018 के दिन देश के प्रधानमंत्री उत्तर प्रदेश के ग़ाज़ीपुर पहुंचे जहाँ उन्होंने हमेशा की तरह जनसभा को संबोधित किया। संबोधन के उपरांत जब पुलिस कर्मी अपने खेमे के साथ वापस लौट रहे थे तो उनपर कुछ अराजक तत्वों ने पथराव करना शुरू कर दिया। पथराव इतना तेज़ था
शाही स्नान क्या है ? शाही स्नान विशेषतः साधु संतों के सामूहिक स्नान को ही कहते हैं। शाही स्नान के दिन साधु संत बड़ी शान शौकत के साथ हाथी, घोड़े, ऊंट, रथ पर बैठकर भारी बैंड बाजों के साथ शहर में घूमते हुए स्नान घाट पर उपस्थित होते हैं। साधू – संतों की यह
भगवान भरोसे कहे जाने वाली भारतीय रेल प्रणाली और व्यवस्था अब शायद बदलाव की करवट लेने वाली है। बदलते भारत की यही मांग भी है, क्यूंकि किसी भी देश का विकास काफी हद तक वहां की यातायात व्यवस्था पर भी निर्भर करता है। अभी तक हमने साधारण एक्सप्रेस ट्रेनों के अलावा राजधानी , शताब्दी
इस बार वर्ष 2019 की यह मकरसंक्रांति बेहद महत्त्वपूर्ण है। जिसकी खास वजह है प्रयागराज में आयोजित होने वाला अर्धकुम्भ। यूँ तो प्रतिवर्ष भारत के तमाम राज्यों व हिस्सों में Makar Sankranti मनाई जाती है किन्तु कुंभ में मकरसंक्रांति के दिन स्नान करने से इसकी विशेषता अत्यधिक गहरा जाती है। ऐसे में Prayag Raj
प्रयागराज भारत का एक ऐसा शहर जो भारतीय संस्कृति, पौराणिकता, शिक्षा, अध्यात्म, सिनेमा, साहित्य और राजनीति सभी दृष्टिकोण से जाना व पहचाना गया। उत्तर प्रदेश राज्य के पूर्वी भाग में स्थित ये शहर भारत के प्राचीनतम शहरों में से एक है। प्रयाग का नाम लेते ही हमारे मन में ये सवाल आता है कि
यूँ तो क्रिकेट एक खेल मात्र है पर क्या ऐसा भी हो सकता है कि किसी व्यक्ति को उस खेल का भगवान कह दिया जाय ! शायद नहीं !! किन्तु Cricket Ka Bhagwan जैसे शब्द से एक व्यक्ति ऐसा भी है जिसे नवाज़ा जा चुका है। अगर आप सच में क्रिकेट प्रेमी हैं तो
भारत समेत विश्व के अन्य देशों में विगत 28 वर्षों में कई व्यापक बदलाव आये हैं जैस सूचना प्रसार के क्षेत्र , विज्ञान के क्षेत्र , शिक्षा रोजगार के क्षेत्र और यहाँ तक की लोगों का रहन सहन भी अब 90 के दशक या उसके पहले जैसा नहीं रह गया। खैर बदलाव ही इस