रक्षा बंधन : भाई बहन के खूबसूरत रिश्ते का प्रतीक

हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार रक्षा बंधन जिसे राखी भी कहते हैं, बस कुछ ही दिनों की दूरी पर है। सभी बाजारों में इस त्यौहार की रौनक देखने को मिल रही है। अलग अलग तरीके की सुंदर राखियाँ बाज़ार में आ चुकी है, मिठाइयों से बाज़ार भर चुका है। भाइयों के द्वारा बहनों को दिए जाने वाले शगुन को भी लगभग तय करने की तैयारियाँ हो गई हैं।



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अब इंतज़ार है तो सिर्फ राखी के दिन बहनों के द्वारा भाइयों की कलाई पर राखी के उस खूबसूरत सूत्र को बांधने का, उस सूत्र की कोई तुलना नहीं होती है क्योंकि उस सूत्र को बंधवाकर भाई अपनी बहनों को वचन देते हैं कि वह हमेशा उनकी रक्षा करेंगे। उनके साथ हमेशा खड़े रहेंगे, लेकिन चलिए इस बार कुछ नया करते हैं इस बार उसे किसी धर्म विशेष से ना समझते हुए भाई बहन के खूबसूरत रिश्ते से से समझने का प्रयास करते हैं।

Rakshabandhan से जुड़ी हुई पौराणिक कथा तो आप सबने सुनी ही होगी लेकिन आज मैं आपको भाई बहन के रिश्ते से जुड़ी हुई कुछ ऐसी खूबसूरत बातें बताना चाहती हूँ जो शायद आप महसूस करते होंगे लेकिन आपने इतने बेहतरीन तरीके से कभी ज़ाहिर ना की हो। मुझे उम्मीद है कि मेरा यह लेख पढ़ने के बाद आप भाई बहन के बंधन में प्यार और भी गहरा हो जाएगा। तो चलिए अब मैं इन चीजों को आपके आगे रखने की शुरुआत करती हूं और मुझे पूरा यकीन है कि मेरी इन बातों से आप ज़रूर इत्तेफ़ाक रखते होंगे।




निस्वार्थ प्रेम:

माता पिता के बाद हमारे भाई या बहन का ही रिश्ता ऐसा हैं जो हमसे पूर्ण तौर से निस्वार्थ प्रेम पर आधारित होता है। भाई या बहन के बीच कभी किसी भी तरीके की कोई अपेक्षा नहीं होती। वह बस एक दूसरे का बेहतर जीवन चाहते हैं , असीम ख़ुशियाँ और एक दूसरे को तरक्की के रास्ते पर सदा आगे बढ़ता हुआ देखना चाहते हैं। यह वह रिश्ता है जो सदा एक जैसा ही रहता है क्योंकि इसमें बदलाव की कोई संभावना होना संभव ही नहीं।

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सबसे अच्छे दोस्त:

आप सभी को बचपन का वो वक़्त याद होगा जब कभी ना कभी किसी न किसी बात पर रूठ कर आप ने चाहा होगा कि अभी मेरा भाई या बहन मेरे पास नहीं होता या होती तो मेरी जिंदगी इससे बेहतर होती लेकिन एक मुकाम पार करने के बाद हमें यह एहसास होता है कि हमारे भाई और बहन एक दूसरे के सबसे अच्छे दोस्त होते हैं। भाई और बहन के बीच ऐसी समझ विकसित हो जाती है कि वह एक दूसरे से अपने दिल की सारी ख़ुशियाँ या सारा दर्द बाँट पाते हैं।

अटूट समर्थन:

भाई बहनों का रिश्ता इतना मजबूत होता है कि वह एक दूसरे के जीवन में सबसे बड़े समर्थक कब बन जाते हैं इस बात का अंदाजा उन्हें स्वयं ही नहीं हो पाता लेकिन यह सच है कि जो रिश्ता भाई बहनों के दरमियान होता है उसकी कोई प्रतिस्पर्धा नहीं कर सकता यह तो बस महसूस होने वाला अमर प्यार है। इसलिए भाई बहनों के रिश्ते को कोई भी कभी भी साफ तौर से शब्दों में प्रकट नहीं कर सकता। इस विषय पर जितना कहा जाए उतना ही कम होगा इसलिए मैं यहां पर अपनी बात को समाप्त करना चाहूँगी।

आपको रक्षा बंधन की अनंत शुभकामनाएँ आपका प्रेम यूं ही बरकरार रहे।



लेखिका:
वैदेही शर्मा