वेबसाइट कैसे बनाते हैं

Website Kaise Banate Hain ? आज लगभग हर काम को इंटरनेट से जोड़ा जा रहा है। बात इंटरनेट की हो तो वेबसाइट का नाम आना लाजमी हो जाता है क्योंकि Internet की दुनियां वेबसाइट के बिना अधूरी है। सन 2000 के बाद से भारत भी इंटरनेट तकनीकि में तेज़ी से आगे बढ़ा जिसका असर आज हमें साफ़ दिखायी देता है। खेल , मनोरंजन , व्यापार , सूचना , शिक्षा , रोजगार , स्वास्थ , सुरक्षा , यात्रा , यातायात इत्यादि जैसे क्षेत्र जहाँ कभी हर कार्य जो कभी फाइल और रजिस्टर के माध्यम से किये जाते थे, वे आज Internet पर उपस्थित Website के माध्यम से किये जा रहे हैं।

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वेबसाइट कैसे बनाते हैं

आज की दुनियां में वेबसाइट केवल किसी कंपनी तक सिमित न रहकर आम लोगों के जीवन का भी हिस्सा बनती जा रही है। कोई अपनी वेबसाइट बनाकर सामान बेच रहा है तो कोई अपनी वेबसाइट बनाकर ब्लॉग लिखने का काम कर रहा है तो कोई अपनी वेबसाइट बनाकर सेवा और ज्ञान प्रदान करा रहा है। अतः अगर आप online internet के माध्यम से कोई कार्य करना चाहते हैं तो आपकी website का होना बेहद जरूरी हो जाता है। आज हम वेबसाइट कैसे बनायें इस विषय पर पूरी चर्चा करेंगे।

What is Website वेबसाइट क्या है ?

” इंटरनेट सरवर अर्थात वर्ल्ड वाइड वेब पर उपलब्ध वेबपेज के संग्रह जो एक डोमेन नाम द्वारा साझा किया जाता है जिसे WEBSITE कहते हैं। “

महत्त्वपूर्ण बातें:

1 ) वर्ल्ड वाइड वेब को संछिप्त में W.W.W कहा जाता है। यह Internet पर उपलब्ध एक Server Location होता है जहाँ वेबसाइट को रखा जाता है।
2 ) डोमेन क्या है – .com | .in | .net | .co.in | .org इत्यादि को डोमेन कहा जाता है, किसी भी वेबसाइट के नाम के आगे ‘डॉट डोमेन नाम’ का होना अनिवार्य है। Domain के अनगिनत प्रकार होते हैं परन्तु सर्वाधिक प्रसिद्ध डोमेन ‘डॉट कॉम .com’ होता है।
3 ) वेबसाइट का नाम – यह आपकी पसंद के अनुसार कुछ भी हो सकता है जैसे pakheru जिसके आगे डॉट कॉम लगा हुआ है। यहाँ pakheru तो वेबसाइट का नाम है जिसे मैंने चुना है और .com उसका डोमेन है जो वर्ल्ड वाइड वेब पर रेजिस्टर है। Domain Name लेने के लिए रजिस्ट्रार को सालाना कुछ फीस देनी पड़ती है।
4 ) अब बारी आती है वेबपेज की – Webpage कुछ और नहीं बस pakheru वेबसाइट से जुड़ी हुयी फाइलें है। एक वेबसाइट से कई प्रकार के पेज जुड़े होते हैं और उन पेजों से जुड़ी कई प्रकार की फाइलें भी होती हैं।
5 ) Web Hosting क्या है – यह एक सरवर लोकेशन है जहाँ वेबसाइट के सारे पेज और फाइल को रखा जाता है। होस्टिंग लेने के लिए हमें सालाना कुछ फीस होस्टिंग कंपनी को देनी पड़ती है।

एक वेबसाइट को चलाने के लिए मुख्य रूप से क्या होना चाहिये हमारे पास ?

  • सबसे पहले वेबसाइट का नाम और उसका डोमेन होना चाहिए जैसे – pakheru और .com
  • फिर होस्टिंग होना चाहिए जहाँ pakheru और उसके पेज, फाइल इत्यादि को रखा जा सके

वेबसाइट की फाइल किसे कहते हैं ?

आप देखते होंगे की वेबसाइट पर फोटो आती है , कहीं वीडियो चलता है , कहीं रंगीन डिज़ाइन बने होते हैं , कहीं चमकीले बैनर बने होते हैं , कहीं कुछ डाउनलोड अपलोड जैसा लिखा होता है , कहीं आपका नाम फ़ोन नंबर लिखने को कहते हैं इत्यादि। मैं बता दूँ कि वेबसाइट का निर्माण प्रोगरामिंग भाषा के माध्यम से होता है जो कई प्रकार के हैं। प्रोगरामिंग भाषा को लिखने की क्रिया ‘कोड’ कहलाती है अर्थात प्रोग्रामर वेबसाइट पर अलग-अलग कार्य को अंजाम देने के लिए कई प्रकार के ‘programming code’ लिखता है और उस कोड को अलग-अलग file के रूप में संगठित करता है। वेबसाइट पर फोटो तभी दिखेगी जब होस्टिंग सरवर पर फोटो की फाइल रखी जायेगी और उसका कोड बनाया जायेगा।

Hosting Server पर हमें इस प्रकार की file folder देखने को मिल सकती हैं –

/images/ folder जिसमें फोटो रखी जाती है
/css/ folder जिसमें वेबसाइट के डिज़ाइन, रूप-आकार से संबंधित कोड फाइल मौजूद होती है
/function/ folder जिसमें वेबसाइट के कार्य संबंधित कोड फाइल रहती है
ऐसा नहीं है कि होस्टिंग सरवर पर यही फोल्डर होंगे, फाइल और फोल्डर के नाम क्या होने और उनकी कितनी संख्या होगी इसका निर्धारण वेबसाइट डेवलपर ही करेगा अपनी आवश्यकता के अनुसार।

वेबसाइट के पेज किसे कहते हैं ?

पेज जिसे web page कहा जाता है अर्थात वेबसाइट से सम्बंधित एक ‘पन्ना’ । वेबसाइट में कई प्रकार के पन्ने होते हैं जिन्हें हम तकनीकि भाषा में website pages या web page कहते हैं। वेब पेज को बनाने के लिए प्रोगरामिंग कोड और प्रोगरामिंग स्क्रिप्ट का इस्तेमाल किया जाता है। HTML ,JavaScript , PHP , .NET जैसे Coding और Scripting के माध्यम से पेज बनाये जाते हैं।

अतः कैसा हो सकता है वेबसाइट पेज ?

about.html या about.php या about.aspx यह एक पेज है जहाँ कंपनी अपने बारे में बताती है।
contact.html या contact.php या contact.aspx यह एक पेज है जहाँ कंपनी अपना पता या फॉर्म दिखाती है संपर्क करने के लिए।
services.html या services.php या services.aspx यह एक पेज है जहाँ कंपनी क्या सेवा देती है वो बताती है।
इसके अतिरिक्त भी अनगिनत वेब पेज वेबसाइट से जुड़े हो सकते हैं जिनका निर्माण कंपनी अपनी आवश्यकता के अनुसार करती अथवा कराती है।

किसी भी वेबसाइट पर अक्सर हमें ABOUT | CONTACT | SERVICES जैसे पेज देखने को मिल ही जाते हैं। पेज का नाम क्या होगा ये कंपनी खुद तय करती है, कई बड़ी वेबसाइट पर पेजों की संख्या 100 से 500 तक भी हो सकती है। वैसे हम वेबसाइट पर जहाँ-जहाँ क्लिक करते हैं वो सब एक पेज के रूप में ही लोड होता है, परन्तु Static Page और Dynamic Page दोनों आपस में भिन्न होते हैं जिनकी चर्चा हम आगे करेंगे।

Website Developer वेबसाइट डेवलपर कौन होता है ?

अगर आप वेबसाइट बनाना चाहते हैं या वेबसाइट बनाने वाली कंपनी में काम करना चाहते हैं तो आपको सर्वप्रथम प्रोगरामिंग भाषा का अध्यन करना होगा। मौजूदा समय में Website निर्माण का कार्य PHP और .NET दो भाषाओं में ज्यादा किया जा रहा है। वेबसाइट बनाने वाले को ‘वेबसाइट डेवलपर’ कहते हैं, B.tech , BCA , MCA की पढ़ाई किये हुए छात्र इसमें कार्यरत हैं किन्तु यहाँ कोई भी जा सकता है जिसे PHP या .NET या अन्य Web Scripting की Language आती हो।

Website Designer वेबसाइट डिज़ाइनर कौन होता है ?

एक वेबसाइट, डेवलपर और डिज़ाइनर दोनों की मेहनत से मिलकर तैयार होती है। अतः डिज़ाइनर वो होता है जो Website को Design करने का काम करता है। डिज़ाइनर को – CSS , HTML और PHOTOSHOP का आना बेहद अनिवार्य होता है। अगर आप वेबसाइट का डिज़ाइन करना चाहते हैं या फिर किसी कंपनी में website designer की हैसियत से कार्य करना चाहते हैं तो सीएसएस , एचटीएमएल और फोटोशॉप को जरूर सीखिये।

Database डेटाबेस क्या होता है ?

डेटा जिसे सामान्य हिंदी भाषा में लोग डाटा के नाम से संबोधित करते हैं क्या है – किसी व्यक्ति का नाम , मोबाइल नंबर , घर व ऑफिस का पता , उसकी उम्र , आधार संख्या , पैन कार्ड संख्या , तनख्वा; यह सब कुछ उस व्यक्ति का ‘डाटा’ कहलाता है। कंप्यूटर में ‘डेटाबेस’ एक प्रकार का टेबल होता है जो एक डेटाबेस सॉफ्टवेयर में संरक्षित होता है!


उदहारण,
जब हम रेलवे टिकट बुक करते हैं तो रेलवे की वेबसाइट कई ट्रेनों का डेटा दिखाती है जिसमें – ट्रेन का नाम, ट्रेन का नंबर, ट्रेन के आने व जाने का समय और उसके कौन से क्लास में कितनी सीटें उपलब्ध हैं; यह सब हमें देखने को मिलता है। यह सबकुछ ट्रेन संबंधित डेटा है और इन डेटा को जहाँ सुरक्षित करके रखा गया है वो डेटाबेस है।

वेबसाइट का डिज़ाइन Front-end कहलाता है, तो वेबसाइट का डेटाबेस उसका Back-end कहलाता है। डेटाबेस का संबंध मात्र वेबसाइट से ही नहीं बल्कि सॉफ्टवेयर से भी है और डेटाबेस पर कार्य करने वाले लोगों को Database Engineer कहते हैं। MS-SQL , MY-SQL , ORACLE , PL-SQL यह सभी प्रचलित डेटाबेस सॉफ्टवेयर हैं।

अब बारी आती है वेबसाइट बनाने की:

Website Kaise Banayein या वेबसाइट का निर्माण कैसे करें। ऊपर हमने जाना की website create करने के लिए क्या-क्या जरूरी चीजें हैं जिनके बारे में ज्ञान होना आवश्यक है। अगर आप प्रोगरामिंग भाषा और डिजाइनिंग टूल के बारे में बिल्कुल जानकारी नहीं रखते तो आप वेबसाइट नहीं बना सकते हैं। वेबसाइट बनाने के लिए यह जरूरी है कि आपको programming and designing के बारे में पूर्ण ज्ञान हो।

वेबसाइट बनाने की प्रक्रिया में – coding , design , logic , algorithm , function जैसी अनेक जटिल क्रियायें होतीं हैं जिनके बारे में लिखकर समझाना असंभव है। वेबसाइट बनाने की प्रक्रिया भोजन बनाने की प्रक्रिया के समान नहीं है जिसे लिखकर समझाया जा सके अतः सर्वप्रथम आप PHP , CSS , HTML , Photoshop को सीखना आरंभ कर दें ! आप चाहें तो .NET भी सीख सकते हैं किन्तु PHP सीखना ज्यादा बेहतर रहेगा। इन सभी चीजों को केवल पढ़कर नहीं समझा जा सकता; इसलिए आपको Institute में जानकर पढ़ाई करनी होगी और पढ़ने के साथ-साथ कंप्यूटर पर प्रैक्टिस भी करना होगा। जब आप अपने कोर्स को पूरा कर लेंगे तब आपको वेबसाइट बनाने का ज्ञान प्राप्त हो जायेगा।

अगर आप यह सोचते हैं कि website create करने की पूरी प्रक्रिया YouTube पर video देखकर समझ जायेंगे तो यह आपके लिए तब तक संभव नहीं है जब तक आप PHP , CSS , HTML , Photoshop या अन्य प्रोगरामिंग स्क्रिप्टिंग के बारे में पहले से न जानते हों । फोटोशॉप को अगर आप छोड़ना चाहें तो छोड़ सकते हैं किन्तु PHP , CSS , HTML , JavaScript का ज्ञान होना आवश्यक है। अगर आप फिर ये सोच रहे हैं कि PHP , CSS , HTML को YouTube पर सीख लेंगे तो यह भी तभी संभव है जब आप computer science के बारे में जानते हों। कुल मिलाकर बिना कुछ जाने आप कुछ नहीं कर सकते। यदि आप सच में Website Designing या Development को जानना चाहते हैं या उसमें नौकरी प्राप्त करना चाहते हैं तो पढ़ाई आरंभ कर दें।

याद रहे वेबसाइट डिज़ाइन एवं डेवलपमेंट में नौकरी प्राप्त करने के लिए B.Tech , BCA , MCA या M.Tech जैसी बड़ी डिग्री का होना अनिवार्य नहीं। साधारण बच्चे जिन्होंने BA , MA या फिर 12th भी किया है वो भी इस कार्य क्षेत्र से जुड़ सकते हैं; बस शर्त यही है कि उनको PHP , CSS , HTML का पूरा एवं अच्छा ज्ञान हो। हां PHP के अतिरिक्त अन्य कई प्रोगरामिंग भाषायें हैं जिनको आप अपने समर्थ व इच्छा के अनुसार सीख सकते हैं।

क्या बिना डेवलपमेंट डिजाइनिंग पढ़े भी वेबसाइट बना सकते हैं ?

जी बिल्कुल, आप बिना वेबसाइट डिजाइनिंग और वेबसाइट डेवलपमेंट के ज्ञान के भी वेबसाइट बना सकते हैं।
जैसा मैंने ऊपर समझाया कि सर्वप्रथम आप Domain Name और Hosting खरीद लें। फिर आप उसपर Wordpess डालकर अपनी खुद की वेबसाइट बना सकते हैं या प्राप्त कर सकते हैं। अगर आप वर्डप्रेस भी खुद डालने में असक्षम हैं तो आपने जहाँ से Hosting खरीदा है उसकी सहायता ले सकते हैं। वेबसाइट होस्टिंग प्रोवाइडर आपके कहने पे वर्डप्रेस इनस्टॉल कर देगा।

क्या है WordPress वर्डप्रेस ?

वर्डप्रेस content management system के अंतर्गत आने वाला एक रेडीमेड सॉफ्टवेयर है इसे संछिप्त में CMS के नाम से जाना जाता है। यह पहले से बना बनाया CMS है जिसे आप server पर install करके वेबसाइट प्राप्त कर सकते हैं। आज के ज़माने में दुनियां भर में लाखों वेबसाइट हैं जो वर्डप्रेस पर सफलता पूर्वक चल रही हैं। हां, अगर आप यह जानना चाहते हैं कि वर्डपेस को कैसे इस्तेमाल में लेना है तो आप जरूर YouTube पर जाएं और सीखें। वर्डप्रेस का इस्तेमाल और उसकी सहायता से वेबसाइट के निर्माण की क्रिया यूट्यूब वीडियो से बेशक सीखी जा सकती है। इसमें आपको किसी भी प्रकार का कोड नहीं लिखना होता और न ही डिज़ाइन करना होता है। WordPress पहले से ही वेबसाइट के लिए बना हुआ है बस उसे इस्तेमाल करना आना चाहिए। वर्डप्रेस के लिए अनेकों फ्री डिज़ाइन टेम्पलेट मिलते हैं जिन्हें आप डाउनलोड करके अपने काम में ले सकते हैं। यदि आप चाहें तो वर्डप्रेस की डिज़ाइन खरीद भी सकते हैं वो भी बेहद सस्ते दामों में।

क्या बिना Hosting और Domain के Free में भी वेबसाइट बन सकती है ?

जी हाँ, यदि आप होस्टिंग और डोमेन भी नहीं खरीदना चाहते तो भी आप अपनी वेबसाइट के मालिक बन सकते हैं। नीचे लिखे बिंदुओं पर गौर करें यह वे स्थान हैं जहाँ आप फ्री में वेबसाइट प्राप्त कर सकते हैं –

पर्सनल वेबसाइट के लिए:

  • wordpress.com
  • wix.com
  • blogger.com
  • yola.com
  • website.com
  • web.com
  • site123.com
  • smallbusiness.yahoo.com
  • us.webnode.com

ईकॉमर्स वेबसाइट के लिए:

  • volusion.com
  • bigcommerce.com

ऊपर लिखी जगहों (वेबसाइट) पर जाकर आप फ्री में वेबसाइट बना सकते हैं किन्तु यहाँ आप बेहद सीमित कार्य ही कर पायेंगे। बेहतर तो यही होगा कि आप कम से कम डोमेन और होस्टिंग खरीदकर उसपर वर्डप्रेस थीम डालें।

वेबसाइट बनाने की प्रक्रिया जटिल है जिसे साधारण व्यक्ति न तो समझ सकता है न ही कार्य कर सकता है। अगर आपकी उम्र अब पढ़ने लिखने की नहीं है फिर भी अपनी वेबसाइट चाहते हैं तो कृपया वेबसाइट डेवलपमेंट कंपनी या फिर उस व्यक्ति से संपर्क करें जो वेबसाइट बनाने का कार्य करते हैं। अगर आप वेबसाइट पर केवल लेखन का कार्य करना चाहते हैं तो blogger.com या wordpress.com का इस्तेमाल करें। यदि आप किसी प्रकार की सेवा देना चाहते हैं या फिर अपना सामान बेचना चाहते हैं तो आपको वेबसाइट बनवानी ही पड़ेगी।

अगर आप अभी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं और आगे चलकर वेबसाइट निर्माण की दुनियां में नौकरी करना चाहते हैं तो फिर ऊपर बताये गए कोर्स को जरूर करें।

लेखक:
रवि प्रकाश शर्मा