कोलेस्ट्रॉल क्या है ?
आज हम बात कोलेस्ट्रॉल की करेंगे जो हमारे शरीर की लिए आवश्यक तो है किन्तु कोलेस्ट्रॉल की अधिकता हमारे लिए हानिकारक और कभी कभी जानलेवा भी साबित हो जाती है। ह्रदय रोगी, दिल के मरीज कोलेस्ट्रॉल की अधिकता को अच्छी तरह समझते होंगे; किन्तु एक सामान्य व्यक्ति भी यह जरूर जाने की कोलेस्ट्रॉल क्या है और कितना उपयोगी व नुकसानदायी है।
Cholesterol एक वसा युक्त पदार्थ है जिसका होना हमारे शरीर के लिए अति आवश्यक भी है, या यूँ कहें की Cholesterol हमारे शरीर को सही से कार्य करने के लिए बेहद जरूरी है। दूध, मक्ख़न, दही, घी, तेल, अंडा, मांस और चर्बी जैसे खाद्यपदार्थों में कोलेस्ट्रॉल पाया जाता है। बेहद ज्यादा चर्बी या फैट युक्त भोजन करने से कोलेस्ट्रॉल की मात्रा हमारे खून में बढ़ जाती है जो आगे चलकर हृदयरोग का कारण बनती है।
आपको उच्च रक्त कोलेस्ट्रॉल हो सकता है –
1 – यदि आपके शरीर में अधिक कोलेस्ट्रॉल बनने लगे
2 – यदि आप ज्यादातर वासा, चर्बी और कोलेस्ट्रॉल को बढ़ावा देने वाला आहार लेते हैं
3 – यदि आपको मधुमेह, हाइपोथाएरोडिस्म (निम्न थाइरॉइड स्तर) या गुर्दे का रोग हो
आपके रक्त में कितने प्रकार की वसा होती है ?
(types of fats in your blood)
उच्च घनत्व वाले लाइप्रोटीन (HDL): यह हमारे रक्त का ‘अच्छा’ कोलेस्ट्रॉल है, ये हमारे रक्त का अतिरिक्त कोलेस्ट्रॉल वापस हमारे लीवर में ले जाता है ताकि हमारा शरीर इससे निजात पा सके।
न्यून घनत्व वाले लाइप्रोटीन (LDL): हमारे रक्त में मौजूद यह ‘बुरा’ कोलेस्ट्रॉल रक्त वाहिकाओं में जम जाता है। जिसकी वजह से हमारी रक्त वाहिकाएं संकरी हो जाती हैं और रक्त का प्रवाह कठिन हो जाता है।
ट्राईग्लिसरॉइड: ज्यादा मात्रा में कार्बोहाइड्रेट युक्त भोजन का सेवन करने से ‘Triglyceride’ का स्तर बढ़ सकता है। यदि शरीर में ट्राईग्लिसरॉइड का स्तर ज्यादा है तो यह ह्रदय रोग, हार्ट अटैक और मधुमेह का कारण बन सकता है।
रक्त की वसायें (blood fats) को मापने के लिए रक्त परिक्षण (blood test) आवश्यक है। रक्त परिक्षण से आपको निम्नलिखित जानकारी मिलेगी –
आपका कुल कोलेस्ट्रॉल रक्त स्तर:
- स्वस्थ स्तर 200 से कम है।
- यदि आपके शरीर में कुल कोलेस्ट्रॉल 200 से ऊपर है तो डॉक्टर HDL, LDL और Triglyceride की जाँच करेगा।
आपका HDL रक्त कोलेस्ट्रॉल स्तर:
इसे “अच्छा” कोलेस्ट्रॉल माना जाता है, अतः शरीर में इसकी संख्या जितनी अधिक होगी उतना ही बेहतर होगा।
- स्वस्थ स्तर 60 या इससे अधिक है।
- यदि आपके शरीर में इसका स्तर 40 से कम है तो आपको डॉक्टर के पास जाकर परामर्श लेना चाहिए।
आपका LDL रक्त कोलेस्ट्रॉल स्तर:
इसे “बुरा” कोलेस्ट्रॉल माना जाता है, अतः शरीर में इसकी संख्या जितनी कम होगी उतना ही बेहतर होगा।
- स्वस्थ स्तर 100 या इससे अधिक है।
- यदि आप हालिया ह्रदय रोग से पीड़ित हैं तो चिकित्सक चाहेगा की आपके शरीर में LDL 70 से कम हो।
- यदि इसका स्तर 130 है या अधिक है तो चिकित्सक उपचार करेगा।
आपका ट्राईग्लिसरॉइड स्तर:
- स्वस्थ स्तर 150 से कम है।
- यदि शरीर में इसका स्तर 200 या अधिक है तो आप अपने डॉक्टर से जरूर संपर्क करें।
हम अपने शरीर के रक्त कोलेस्ट्रॉल को कैसे कम कर सकते हैं ? (lower your blood cholesterol levels)
- साल में 1 बार अपने रक्त कोलेस्ट्रॉल की जाँच अवश्य करानी चाहिए।
- संतुलित आहार के लिए डाइटिशन से जरूर बात करें।
- उचित व्यायाम के लिए चिकित्सक से सुझाव मांगे।
- प्रतिदिन संतुलित आहार और व्यायाम रक्त कोलेस्ट्रॉल को कम कर सकता है।
- उच्च रेशे उक्त भोजन करें – सब्जी, सेम फली, फल व अनाज।
- भैंस का मांस, सूअर का मांस, क्रीम युक्त दूध, पनीर, चर्बी आदि अधिक वसा युक्त सेवन ना करें।
- कम वसा वाला भोजन मछली, सी फ़ूड, टोंड मिल्क, मुर्गे का त्वचाहीन सीना खाना चाहिए।
- तले हुए भोजन को ज्यादा शामिल ना करके भुने हुए, सेके हुए, ग्रिल किये हुए भोजन ग्रहण करें।
अंत में,
यह लेख केवल जानकारी हेतु लिखा गया है। यहां बतायी गयी बातों को पढ़कर आप अपने चिकित्सक से जरूर परामर्श करें। यदि आप दिल के मरीज हैं तब आपको अधिक ध्यान देने की जरूरत है और यदि आप फ़िलहाल पूरी तरह स्वस्थ हैं तब भी आप ऊपर लिखी बातों का सदैव ध्यान रखें क्योंकि उम्र बढ़ने के साथ साथ और अनियमित या गलत तरीके से लिया जाना वाला भोजन Blood Cholesterol को बढ़ाने लगता है।
ऑफिस में सिटिंग जॉब करने वाले युवा भी कोलेस्ट्रॉल को अच्छी तरह जानें क्योंकि आजकल युवा खेल कूद, दौड़ भाग और सामान्य व्यायाम से मीलों दूर होते जा रहे हैं। ऐसा देखने में आ रहा है की 30 वर्ष से 40 वर्ष के लोग भी रक्त कोलेस्ट्रॉल की समस्या से जूझ रहे हैं। 20 से 25 वर्ष के युवाओं को भी heart attack हो जा रहा है। हृदयगति का रुकना जिसे हार्ट फेल कहा जाता है, के कारण भारत में प्रतिवर्ष लाखों मौतें हो रही हैं अतः युवा अपने युवापन का पूरा आनंद लेते हुए जॉब करने के साथ साथ खेल कूद और शारीरिक श्रम को भी महत्त्व दें।
लेखक:
रवि प्रकाश शर्मा
You have really covered the topic extensively and in simple language. As a doctor I could not have put it any better.