हिंदी ब्लॉग्गिंग का भविष्य – क्या है हिंदी ब्लॉग राइटिंग का भविष्य ?

आज हम एक आभासीय दुनियां में जी रहे हैं जिसे Virtual World भी कहा जाता है। मानव ज्यों-ज्यों विकास की सीढ़ी चढ़ता गया, त्यों-त्यों वह अनेक उपकरणों का अविष्कार करता गया। इन उपकरणों में सबसे उपयोगी ‘संचार माध्यम’ का विकसित होना रहा, यहाँ संचार माध्यम के विकास क्रम की बात करना उचित नहीं होगा अतः हम केवल वर्तमान युग पर ही केंद्रित रहें तो अच्छा।

वर्तमान में जी रहे हम सभी आभासीय दुनियाँ का हिस्सा हैं। मानव द्वारा निर्मित संचार माध्यमों में सबसे सफल सफल माध्यम ‘Internet’ है। आज इंटरनेट के इस्तेमाल से हम पलभर में अपनी बात दुनियां के एक छोर से दूसरे छोर तक पहुंचा सकते हैं। Internet communication का यह Medium अभी अपने शुरूआती पड़ाव पर है, आगे इसमें जाने कितने पड़ाव आने बाकी हैं जिन्हें आने वाली पीढ़ी देखेगी। ज्ञान , मनोरंजन , स्वास्थ , खेल , पत्र व्यव्हार , वार्तालाप , शिक्षा , बाज़ार , सुरक्षा , यातायात इत्यादि जैसे अनेकों मानवीय जरूरतों को हम इंटरनेट से जोड़ चुके हैं। विश्व में बढ़ता इंटरनेट का चलन और इस्तेमाल, मानव की तमाम पुरानी विधाओं को पीछे छोड़कर अग्रसर है एक कभी न ख़त्म होने वाले सफर की ओर।

अध्यन और लेखन:

थोड़ा अतीत में झाँक कर देखें तो शायद हमने कल्पना भी नहीं की होगी कि एकदिन ऐसा आयेगा कि हम लेखन और पाठन किताब-काग़ज़-कलम के माध्यम से न करके एक मशीन के माध्यम से करेंगे। हम यह सोच भी नहीं सके होंगे कि हमारे लिखे शब्दों को दूर परदेस में बैठा एक अजनबी भी पढ़ेगा। हां शायद हमारे लिए यह सोचना नामुमकिन रहा हो पर हमारे बीच बैठा एक मानव ऐसा भी था जिसने सोचा और इसे इजात भी किया।

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किताब-कॉपी-काग़ज़-कलम-दवात का दौर अब पीछे छूट चुका है। आज मानव लेखन, पाठन और अध्यापन ‘इंटरनेट-कंप्यूटर-मोबाइल’ के माध्यम से सफलता पूर्वक कर रहा है। पढ़ने की क्रिया बिना लिखे नहीं हो सकती अर्थात कुछ कहीं लिखा होगा तभी आप पढ़ेंगे। वैसे ही लिखने की क्रिया भी बिना पढ़े नहीं हो सकती; अर्थात लिखने के पूर्व ज्ञान का होना अनिवार्य है और ज्ञान पढ़ने व संदेश प्राप्त करने से ही आता है।

What is Blogging क्या है ब्लॉग्गिंग ?

ब्लॉग्गिंग कुछ और नहीं बल्कि लेखन का ही एक परिवर्तित रूप है जिसे हम internet और computer के माध्यम से अंजाम देते हैं। वह वेबसाइट जिसपर हम अपने लेख को प्रकाशित करते हैं उसे BLOG के नाम से जाना जाता है। ‘ब्लॉग’ जैसा नाम आई.टी क्षेत्र की बड़ी कंपनियों ने स्वयं चुना है यह नाम लेखक की दिमागी उपज नहीं है। ब्लॉग वेबसाइट पर लेख प्रकाशित करने की क्रिया Blogging कहलाती है।

ब्लॉग लेखन के लिए किसी खास भाषा का निर्धारण नहीं है। हां ये जरूर कह सकते हैं कि English भाषा का चलन blog writing में खासा लोकप्रिय है। चूँकि ब्लॉग लेखन का आरंभ अंग्रेज़ों से हुआ अतः अंग्रेजी का इस्तेमाल होना लाजमी था। जैसे-जैसे विश्व के अन्य देशों में बैठे लेखक अपनी-अपनी भाषा को लेकर blog बनाने लगे वैसे-वैसे अन्य भाषा में भी ब्लॉग राइटिंग की शुरुआत हुई।

लेखन, कल और आज:

भारत एक ऐसा देश जहाँ ज्ञान का इतिहास बेहद पुराना है। ऋषियों, महऋषियों के अतिरिक्त विद्वानों, विचारकों ने भारत में ज्ञान का दीप जलाया। कवी, कहानीकार व उपन्यासकार देश में जन्में और असंख्य लेख़न करते गये जो कि आज किताबों में दफ़्न है। बदलते समय के साथ किताबों की पहुँच मात्र पुस्तकालयों और विश्वविद्यालयों तक सीमित रह गयी। वर्तमान युवा अपने दैनिक जीवन में तमाम विद्वानों द्वारा लिखी पुस्तकों का अध्यन नहीं कर पाते। मगर पाठन की रूचि रखने वालों ने, कवी कहानीकारों के लिखे गद्यांश और पद्यांश को इंटरनेट पर रख कर आज के युवाओं से रूबरू कराया। या यूँ कहें कि पुस्तकालयों और क़िताब घरों में खुद का वजूद तलाशते अनगिनत साहित्य अपने चाहने वालों द्वारा Internet पर लाये गये। भारत में साहित्य की अगर हम बात करें तो Hindi Literature सबसे पहले पायदान पर आ खड़ा होता है। आज देश में करीब 52 करोड़ लोगों द्वारा बोले जाने वाली भाषा हिंदी को इंटरनेट पर एक मंच मिला है और यह भाषा दिनों-दिन तरक्की के मार्ग पर है।

Future of Hindi Blogging हिंदी ब्लॉग लेखन का भविष्य:

इंटरनेट पर अंग्रेजी भाषा का दबदबा देख हर किसी के मन में यह सवाल उठना लाजमी है। World Wide Web की दुनियां में English के प्रभाव को नकारा तो नहीं जा सकता किन्तु अन्य भाषा अपना स्थान नहीं बना पायेगी यह सोचना गलत है। जब तक हिंदी को online मंच नहीं मिला था तब तक वह जरूर पिछड़ी नज़र आ रही थी; मगर जैसे-जैसे हिंदी लेखकों ने हिंदी को Blog और Website के रूप में Internet पर रखना शुरू किया वैसे-वैसे Hindi ऊँचाइयों पर चढ़ती गयी।

इंटरनेट पर हिंदी ब्लॉग या हिंदी वेबसाइट के वजूद को लेकर आशंकित रहने की जरूरत नहीं। क्योंकि इंटरनेट पर उपस्थित कुल (हर भाषा को लेकर) Active वेबसाइट की संख्या को अगर हम देखें तो वह अभी भी 1 बिलियन से कम है। अगर कुल active website की संख्या 1 बिलियन से कम है तो इसमें Hindi website अथवा blog का क्या अनुपात होगा आप गौर कर सकते हैं। अतः यह कहना गलत नहीं कि Hindi writing को अभी वर्ल्ड वाइड वेब पर और आगे जाना बाकी है।

भारत में हिंदी समझने और बोलने वालों की संख्या पहले से बहुत ज्यादा बढ़ी है। पहले हिंदी भाषा के जानकार उत्तर भारत तक सीमित थे मगर आज – जम्मू – काश्मीर , कर्नाटका , केरला , मणिपुर , मिज़ोरम , त्रिपुरा , मेघालय , अरुणाचल प्रदेश इत्यादि जैसे गैर हिंदी भाषी प्रांतों ने हिंदी को समझना शुरू कर दिया है जिस कारण हिंदी का विस्तार भारत देश में पहले के मुक़ाबले आज कई गुना अधिक है।

चूँकि भारतीय काफी तादात में विदेशों में भी रहते हैं अतः

  • मॉरिशस Mauritius – हिंदी बोलने वालों की संख्या 0.45 मिलियन
  • नेपाल Nepal – हिंदी बोलने वालों की संख्या 8 मिलियन
  • फिजी Fiji – हिंदी बोलने वालों की संख्या 0.32 मिलियन
  • साउथ अफ्रीका South Africa – हिंदी बोलने वालों की संख्या 0.25 मिलियन
  • अमेरिका USA – हिंदी बोलने वालों की संख्या 0.65 मिलियन
  • यू के के देश UK – हिंदी बोलने वालों की संख्या 0.04 मिलियन
  • न्यू जी-लैंड New Zealand – हिंदी बोलने वालों की संख्या 20 हज़ार
  • जर्मनी Germany – हिंदी बोलने वालों की संख्या 20 हज़ार
  • त्रिनिदाद और टॉबैगो Trinidad & Tobago – हिंदी बोलने वालों की संख्या 16 हज़ार
  • सिंगापोर Singapore – हिंदी बोलने वालों की संख्या 3 हज़ार
  • सूरीनाम गणराज् Suriname – हिंदी बोलने वालों की संख्या 0.15 मिलियन
  • यूगांडा Uganda – हिंदी बोलने वालों की संख्या 0.1 मिलियन

ऊपर लिखे आंकड़े कुछ ज्यादा हो सकते हैं पर कम नहीं। यह आंकड़े बताते हैं कि हिंदी भाषा का महत्त्व कितना बढ़ गया है। विदेशों में बढ़ती भारत वासियों की संख्या हिंदी का उत्थान ही कर रही है। हिंदी के प्रति विदेशियों का आकर्षण भी बढ़ा है जिसके फलस्वरूप हिंदी सीखने की इच्छा विदेशियों में बढ़ती जा रही है।

आखिर विदेशी नागरिक या कंपनी को हिंदी की क्या आवश्यकता ?

विदेशी कंपनियों की अगर हम बात करें तो – व्यापार बढ़ाने के लिए सबसे जरूरी माध्यम है भाषा जिसे अपनाकर अपनी वस्तु को खरीददार तक पहुंचा सकते हैं और उसे बेच सकते हैं। भारत में हिंदी को अपनाना विदेशी व्यापारियों अथवा कंपनियों की आवश्यकता है। भारत में हिंदी की लोकप्रियता देखते हुए Google Assistant ने अपने electronic उत्पादों को Hindi Command को समझने के लायक बना दिया है। अब Google Assistant हिंदी भाषा में भी voice command समझ सकता है और उसके मुताबिक काम कर सकता है।

Amazon का प्रोडक्ट Alexa Assistant अभी तक English भाषा में ही कमांड लेता है, मगर कंपनी ने कहा है कि वह Alexa Agent को न सिर्फ हिंदी कमांड सुनने समझने के लायक बनायेगा बल्कि वह भारत की कुछ क्षेत्रीय बोली को भी शामिल करेगा जैसे – मराठी , बंगाली इत्यादि। विदेशी कंपनियों का यह प्रयास हिंदी के वजूद को अत्यधिक मजबूत कर रहा है।

विदेशी नागरिकों की अगर हम बात करें तो – भारत शुरू से ही विदेशी सैलानियों के लिए आकर्षण का केंद्र रहा है। भारत की संस्कृति सभ्यता के प्रति दीवानगी विदेशियों को यहाँ खींच लाती है। आने वाले foreign tourist अब हिंदी सीखने पर गौर फरमा रहे हैं ताकि वे भारत को और अधिक गहराई से जान सकें। इसके अतिरिक्त विदेशी यूनिवर्सिटी संस्कृत और हिंदी को अपने पाठ्यक्रम में शामिल कर इसमें डिग्रियां भी दे रहीं हैं। हिंदी अंग्रेजी सहित अन्य भाषाओं को सीखना अब रोजगार प्राप्ति का माध्यम भी बन गया है।

हिंदी भाषा में ब्लॉग्गिंग:

जैसा कि हमने जाना हिंदी दिनों-दिन प्रसिद्धि के मार्ग पे है ऐसे में Hindi Blogging का Future बहुत उज्जवल है। गूगल सर्च पर अंग्रेजी भाषा के साथ हिंदी भाषा के सर्च भी बढ़ रहे हैं जिसका अर्थ ये है कि लोग हिंदी में जानकारी प्राप्त करने को आतुर हैं। Google हिंदी भाषा में आने वाले Search Algorithms को और बेहतर करने की तैयारी में है।

इंटरनेट पर अभी ऐसे अनेक हिंदी ब्लॉग हैं जिसके पाठक लाखों की तादात में हैं। हिंदी के कुछ top blog तो महीने के लाखों रुपये भी कमा रहे हैं। हिंदी लेखन में रूचि रखने वाले लड़के लड़कियों के लिए यह सुनहरा मौका है कि वे अपने ब्लॉग के माध्यम से न सिर्फ लोगों को जानकारी प्राप्त करायें अपितु अच्छे पैसे भी कमायें। Blog Writing करना अब एक टाइम पास विषय नहीं बल्कि पूरी तरह Profession बन गया है। कामकाजी लोग अपना समय निकाल कर ब्लॉग लेखन से अतिरिक्त रुपये कमा रहे हैं तो वहीं कुछ होनहार युवा blog writing को regular basis पर करके एक ऑफिस में आने वाली तनख्वाह के बराबर पैसे कमा पाने में सक्षम हो रहे हैं। ज्ञान , विज्ञानं , मनोरंजन , शिक्षा , यात्रा , टेक्नोलॉजी में बढ़ती Hindi की भागीदारी नें blogging का भविष्य बेहद उज्जवल बना दिया है।

कंप्यूटर इंटरनेट में भारत अब पिछड़ा नहीं रहा; आपको जानकार हैरानी होगी कि आज भारत विश्व का ऐसा दूसरा सबसे बड़ा देश हैं जहाँ पर Internet सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जा रहा है। Digital India प्रोग्राम के तहत mobile internet इस्तेमाल करने वालों की संख्या में जबरदस्त उछाल देखा गया है। आज भारत का हर नौजवान अपने मोबाइल फ़ोन के माध्यम से इंटरनेट का इस्तेमाल 24 घंटे कर रहा है। सस्ते इंटरनेट की सुविधा भारत के दूर गांव तक हो चुकी है अर्थात हिन्दुस्तानी धीरे-धीरे mobile, internet, data जैसी बातों से परिचित होते जा रहे हैं। लोगों का इंटरनेट के प्रति झुकाव उन्हें Blog, Video और Website तक लेकर आ रहा है।

गूगल सर्च इंजन के आंकड़े के अनुसार आज Google पर औसतन प्रति सेकंड में 40,000 search queries आती हैं। जिसके अनुसार गूगल पर प्रतिदिन 3.5 बिलियन सर्च क्वेरी और सालाना 1.2 ट्रिलियन सर्च क्वेरी आ रही है। यह कहना गलत नहीं होगा कि जैसे-जैसे mobile data का इस्तेमाल करने वालों की संख्या में बढ़ोतरी होगी वैसे-वैसे गूगल समेत अन्य कई search engine पर आने वाली queries की संख्या भी बढ़ती जायेगी।

फ़िलहाल अभी हिंदी भाषा में सर्च बेहद कम हैं मगर वे तेज़ी से बढ़ भी रहे हैं। हिंदुस्तान में सन 2020 से 2025 के बीच हिंदी का इंटरनेट पर वजूद अंग्रेजी की तरह ही पक्का हो जायेगा। अतः अगर आप अंग्रेज़ी लेखन में निपुण नहीं हैं तो घबराइये नहीं, अपने हिंदी लेखन को BLOG के माध्यम से जारी रखिये आप जरूर सफल होंगे।

कैसे करें Hindi Blogging ?

हिंदी ब्लॉग्गिंग की शुरुआत 2 तरह से की जा सकती है – पहला है Free blogging platform को अपनाकर और दूसरा है खुद का Private domain hosting लेकर।

Free blogging platforms: अगर आप हिंदी लेखन को बेहद संजीदगी से लेते हुए आगे पैसा कमाने का दृष्टिकोण रखते हैं तो फ्री ब्लॉग्गिंग प्लेटफार्म से दूर रहे। ये बिलकुल मुफ्त में तो होते हैं मगर इसपर आपका ज्यादा कंट्रोल नहीं होता। आपके लेख आपके न होकर इनके अधीन ज्यादा रहते हैं अतः लेखन में अगर आप भविष्य की तलाश कर रहे हैं और धन अर्जन की इच्छा रखते हैं तो फ्री ब्लॉग्गिंग से दूर रहें। अगर आप फ्री ब्लॉग्गिंग प्लेटफार्म पर ही काम करना चाहते हैं तो – Blogger, WordPress, Quora, Tumblr, Weebly, Hubpages and Medium..जैसे प्रसिद्ध नाम हैं जहां आप अपना ब्लॉग फ्री में बना सकते हैं।

Personal domain hosting: अगर आप Hindi blog writing में अपना भविष्य बनाना चाहते हैं तो कृपया अपना निजी डोमेन और होस्टिंग खरीदें। वर्डप्रेस ब्लॉग्गिंग के लिए सबसे उपयुक्त माना जाता है। अतः आप वर्डप्रेस सेट-अप को अपने सरवर पर अपलोड करें। अगर आप स्वयं ये सब करने में सक्षम नहीं हैं तो किसी प्रोफेशनल की मदद लें या फिर यूट्यूब पर वीडियो देखकर भी किया जा सकता है। भविष्य की तैयारी बिना मजबूत आधार के नहीं की जा सकती। खुद का डोमेन , होस्टिंग सरवर हो जाने से अपने BLOG का पूरा नियंत्रण हमारे पास होता है जिसे हम अपनी आवश्यकतानुसार बदल सकते हैं या फिर और सुविधाजनक बना सकते हैं। Google सर्च इंजन की गतिविधि को देखते हुए यह अत्यंत आवश्यक है कि हम अपने ब्लॉग का नियंत्रण खुद रखें।

ध्यान दें,

खुद का डोमेन होस्टिंग करने के लिए हमें domain registrar और hosting server provider को सालाना फीस देनी पड़ती है। बेहतर है डोमेन और होस्टिंग दोनों एक जगह से खरीदा जाय, पर यदि आप चाहें तो डोमेन और होस्टिंग दोनों अलग-अलग registrar से ले सकते हैं। अलग रखने का कोई दुष्प्रभाव नहीं होता हां थोड़ा असुविधाजनक जरूर लगता है। Domain और Hosting की कीमत registrar के हिसाब से होते हैं, ये कहीं महंगे देखने को मिलेंगे तो कहीं सस्ते। अच्छी सर्विसेज के आधार पर इनकी कीमत रजिस्ट्रार लेता है। ‘डोमेन’ करीब 600 से 800 रुपये का मिल जाता है, ‘होस्टिंग’ करीब 1500 से 2000 तक मिल जाती है; अर्थात ‘डोमेन+होस्टिंग’ दोनों मिलाकर सालाना करीब 2800 रुपये का खर्च आयेगा। मेरा मानना है कि अगर आप professional blogger बनना ही चाहते हैं तो 3000 का खर्च बेहद कम है।

Future of Hindi Blogs,

आज हमने हिंदी के वर्तमान से लेकर इसके अग्रिम भविष्य पर चर्चा की। मुझे लगता है कि आप मेरे द्वारा दिखाए गए तथ्यों पर जरूर गौर करेंगे। दिखाए गए सभी तथ्यों को आधार मानकर आप Hindi Blogging की ओर आगे बढ़ते रहिये। हां यदि आप इसे अपने profession में बदलना चाहते हैं तो टाइम पास Blog writing ना करें, बल्कि इसे संजीदगी से करें।

ब्लॉग पर गूगल एडसेंसे के अतिरिक्त आप – अन्य ऐड-नेटवर्क , स्पॉन्सर्ड राइटिंग , एफिलिएट मार्केटिंग, बुक अथवा प्रोडक्ट रिव्यु , एस.ई.ओ बैकलिंक जैसे कार्य करके आप ढेरों रुपये कमा सकते हैं। हालांकि मैं इसपर एक बड़ा लेख अलग से लिखूंगा की हिंदी ब्लॉगर कैसे और कहाँ से कमायें। Hindi blog future को लेकर आप चिंतित ना हों। Hindi blog writing अब online की दुनियां में मजबूती से आगे बढ़ रही है। हिंदी ब्लॉगर निःसंकोच भाव के साथ कार्य करें; जो लिखें अच्छा लिखें लोगों को जानकारी , मनोरंजन , ज्ञान व सहायता प्रदान करने हेतु लिखें।

लेखक:
रवि प्रकाश शर्मा