सर्च इंटेंट क्या है – कितने प्रकार की सर्च क्वेरी होती है

आज का विषय बड़ा ही रोचक है। इसे हर उस व्यक्ति को जानना चाहिए जो ब्लॉग लिखता है, जो ऑनलाइन सर्विस देता है, जो ऑनलाइन कुछ बेचता है या फिर जिसका अपना कोई स्टोर या रेस्तरां है । चाहे ब्लॉग की कामयाबी हो, चाहे सर्विस प्रोवाइडर वेबसाइट की कामयाबी हो या ईकॉमर्स वेबसाइट की कामयाबी हो; सब कुछ निर्भर करता है यूजर द्वारा सर्च इंजन में की जाने वाली ‘SEARCH QUERY‘ पर।

सर्च इंजन की कार्य विधि तो हमें पता ही है, यूजर द्वारा की गयी क्वेरी के बदले वह कुछ वेबसाइट के यूआरएल दिखा देता है; जिसे ‘सर्च इंजन रिजल्ट पेज’ कहते हैं। क्या सबकी वेबसाइट सर्च इंजन रिजल्ट पेज पर आती है ? उत्तर होगा नहीं! मगर क्यों ? ये क्या बात हुई कि मेरी वेबसाइट और आपकी वेबसाइट सर्च इंजन रिजल्ट पेज नहीं आयी और बाकि लोगों की आ गयी।

मित्रों यही तो सर्च इंजन के रहस्य हैं जिन्हें हमको जाना चाहिए। चूँकि यह विषय बहुत बड़ा है इसलिए इस विषय के केवल एक छोटे से भाग की हम चर्चा करेंगे। मैं आपको बता दूँ आज जिस टॉपिक पर मैं आपसे बात करने वाला हूँ उसका नाम है ‘SEARCH INTENT‘.

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Search मतलब ‘खोज’ और INTENT मतलब ‘इरादा‘।
अर्थात, सर्च इंजन में यूजर द्वारा खोजे जाने वाली क्वेरी के पीछे यूजर का ‘इरादा’ क्या है ?

हम आँख बंद करके कॉन्टेंट लिखते हैं, हम आँख बंद करके वीडियो बनाते हैं; क्या हमने कभी गौर किया कि सर्च इंजन में यूजर किस इरादे से क्वेरी कर रहा है। Searcher’s Intention को हमारे लिए जानना बेहद जरूरी है क्योंकि Search Engine भी algorithmically ऐसे बनाये गए हैं कि वे यूजर द्वारा की गयी क्वेरी को पढ़कर एवं उसके इरादे को समझ कर सबसे अच्छा रिजल्ट प्रस्तुत करें।

यदि हमारा कॉन्टेंट यूजर के इंटेंशन के अराउंड नहीं लिखा गया है तो वह कॉन्टेंट वैल्यूलेस है। अतः ऐसा कॉन्टेंट जो सर्च इंजन में रैंक तो कर गया मगर वो यूजर को किसी प्रकार की वैल्यू नहीं दे रहा तो उस कॉन्टेंट की रैंकिंग का कोई फायदा नहीं। सर्च इंजन एल्गोरिदम इस बात का ध्यान रखते हैं की जो कॉन्टेंट उनके SERP में रैंक कर रहा है उसपर यूजर क्लिक कर भी रहा है या नहीं !!

यदि आपका कोई कॉन्टेंट टॉप टेन रैंकिंग में आ रहा है किन्तु उसपर कोई यूजर क्लिक नहीं करता या क्लिक करने के बाद फिर तुरंत SERP पर बाउंस बैक हो जाता है, तब गूगल आपके कॉन्टेंट को वैल्यूलेस समझेगा और आपकी रैंकिंग को नीचे धकेल देगा।

क्या आप बता सकते हैं SEARCH QUERY की कितनी CATEGORY होती है ? इसे आप TYPES OF SEARCHES भी कह सकते हैं। चलिए सर्च क्वेरी को कितनी कैटेगरी में विभाजित किया गया है इसे भी जान लेते हैं।

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ऊपर आप चित्र देख रहे होंगे मैंने पाँच प्रकार के सर्च क्वेरी बताये हैं जिन सबको जानना न सिर्फ डिजिटल मार्केटर के लिए जरूरी है बल्कि कॉन्टेंट राइटर को भी इनके बारे में पता होना चाहिए ताकि वो अपना कॉन्टेंट यूजर सर्च इंटेंशन के आधार पर लिख सके।

1 – इन्फॉर्मेशनल क्वेरी:

इस तरह की क्वेरी से ये स्पष्ट होता है कि यूजर किसी विषय के बारे में जानना चाहता है, समझना चाहता है, पढ़ना चाहता है।

उदहारण के लिए,

यदि कोई सर्च करे ‘how to write a film script’ अर्थात, यूजर यह जानना चाहता है कि फिल्म स्क्रिप्ट कैसे लिखी जाती है। अमूमन तौर पे how, why, what, where, when जैसे शब्दों से मिलकर बनी हुई सर्च क्वेरी को Informational Query के अंतर्गत रखा जाता है। इस तरह की क्वेरी के लिए सर्च इंजन यूजर को ब्लॉग कॉन्टेंट का लिंक भी दिखाता है और वीडियो कॉन्टेंट का लिंक भी दिखाता है ताकि सर्चर फिल्म स्क्रिप्ट राइटिंग के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त कर सके।

2 – नेविगेशनल क्वेरी:

इस प्रकार की क्वेरी से ये स्पष्ट होता है कि यूजर सर्च इंजन पेज से किसी दूसरी वेबसाइट पर जाना चाहता है जिसके बारे में उसे पहले से पता है।

उदहारण के लिए,

यदि कोई सर्च करे ‘lynda blog tutorial’ अर्थात, यूजर यह जानता है कि लिन्डा एक वीडियो ट्यूटोरियल वेबसाइट है। यूजर को लिन्डा का ब्लॉग ट्यूटोरियल वीडियो देखना था इसलिए उसने इस तरह की क्वेरी की।

दूसरा उदहारण लें तो,

यदि यूजर ‘book my show movie delhi’ सर्च करे तो इसका मतलब ये हुआ की यूजर बुक माय शो के दिल्ली पेज पर जाना चाहता है ताकि वो अपनी पसंद की कोई मूवी टिकट बुक कर सके।

ऊपर की दोनों क्वेरी को अगर आप ध्यान से देखें तो यूजर Lynda एवं Book My Show के बारे में पहले से ही जानता था। उसे तो बस Blog Tutorial के पेज और Movie Delhi के पेज पर नेविगेट होना था अर्थात जाना था।

3 – ट्रानजेक्शनल क्वेरी:

इस तरह की क्वेरी से ये स्पष्ट होता है कि यूजर कोई वस्तु खरीदना चाहता है।

उदहारण के लिए,

यदि कोई सर्च करे ‘buy iphone 11 pro’ अर्थात, यूजर आईफ़ोन 11 प्रो खरीदने के मूड में है। हां यदि यूजर सिर्फ iphone 11 pro लिखता तो यह इन्फोर्मटिवे क्वेरी कहलाती मगर यूजर ने अपनी क्वेरी की शुरुआत ‘Buy’ शब्द से की है जिससे स्पष्ट होता है की वह iphone 11 pro को खरीने की इच्छा रखता है।

ध्यान दीजिये,

यदि यूजर ‘dell laptop i7 price on flipkart’ सर्च करे तो यह क्वेरी नेविगेशनल कहलायेगी क्योंकि वह फ्लिपकार्ट पर i7 model की कीमत देखना चाहता है। मगर यदि, ‘buy dell laptop i7 price on flipkart’ लिखकर सर्च करे तब वो खरीदने का इरादा रखता है किन्तु फ्लिपकार्ट की वेबसाइट से। यह क्वेरी ट्रानजेक्शनल एवं नेविगेशनल दोनों तरह का बर्ताव करेगी।

4 – कमर्शियल क्वेरी:

कमर्शियल क्वेरी, ट्रानजेक्शनल क्वेरी से काफी मिलती जुलती है। कमर्शियल क्वेरी भी अंततः वस्तु खरीद को ही दर्शाती है, यानि इस प्रकार की क्वेरी करके अंत में यूजर कुछ खरीद ले।

उदहारण के लिए,

  • dell laptop i5 vs i7
  • redmi note 7 pro vs redmi note 8
  • features of samsung galaxy m20
  • o general window ac 1.5 ton vs hitachi
  • sony led tv 32 inch
  • nikon d5300 vs canon 200d image quality
  • adidas running shoes for men
  • offers on bs4 cars in delhi

ऊपर मैंने 8 क्वेरी लिखी है अगर आप उनको ध्यान दे पढ़ें तो सभी कमर्शियल क्वेरी हैं। इन क्वेरी को करके यूजर कुछ खरीदने की मंशा को दर्शाता है, हो सकता है वो तुरंत कुछ ना खरीदे लेकिन प्रोडक्ट कम्पेयर, प्रोडक्ट कीमत, प्रोडक्ट फीचर, प्रोडक्ट क्वॉलिटी आदि को जानकर कुछ दिन बाद वह खरीद ले। यह भी हो सकता है वह ऑनलाइन सबकुछ जानकार दुकान से जाकर खरीद ले। यह भी हो सकता है यूजर कहीं से कुछ न खरीदे, किन्तु फिर भी इस प्रकार की क्वेरी कमर्शियल ही कहलाती है।

5 – लोकल सर्च क्वेरी:

यह तो बेहद आसान है जिसका इस्तेमाल हम अपनी रोज की ज़िन्दगी में करते हैं।

इस प्रकार की क्वेरी से यह स्पष्ट होता है की यूजर जहाँ वो रह रहा है, वह अपने नज़दीकी क्षेत्र में कोई दुकान, कोई शोररूम, कोई फ़ूड ऑउटलेट, कोई सुपरमार्केट, कोई हॉस्पिटल, कोई स्कूल, कोई कार गराज, कोई रेस्टॉरेंट …आदि की तलाश कर रहा है।

उदहारण के लिए,

  • ortho doctor in kalkaji
  • domino’s near nehru place
  • non veg restaurants in south delhi
  • play schools in dwarka sector 8
  • big bazaar stores in saket delhi
  • car mechanic near me
  • beauty parlour near me for ladies
  • grocery stores supermarket near me that deliver

ऊपर लिखी 8 क्वेरी को आप देखें, सभी की सभी local searches हैं। इस प्रकार की क्वेरी से आपको तभी बिज़नेस मिलेगा जब आप Google Business Listing में अपने स्टोर, रेस्तरां, क्लिनिक, स्कूल, पार्लर, फ़ूड ऑउटलेट आदि को Submit करेंगे। Google My Business लोकल सर्च क्वेरी को पूरा करने के लिए ही बना है।

जरूरी बात:

देखिये, सर्च इंजन रैंकिंग तो SEO तकनीकि का इस्तेमाल करके हासिल किया जा सकता है। Google के सर्च रिजल्ट पेज पर अपनी वेबसाइट या ब्लॉग को ला देना कोई बहुत बड़ी बात नहीं है। सबसे जरूरी बात है कि, आपका कॉन्टेंट USER SEARCH INTENT को पूरा करने में सक्षम हो।

कई बार ऐसा देखा गया है की वेबसाइट की रैंकिंग Top 5 में होने के बावजूद Business नहीं आता। कॉन्टेंट की टॉप रैंकिंग होने के बावजूद भी उसका Bounce Rate बहुत ज्यादा है

Content Marketing में तो SEARCHER’S INTENTION का रोल बहुत इम्पोर्टेन्ट है क्योंकि कॉन्टेंट मार्केटिंग करके business leads लाना, call to action जेनरेट करना, किसी प्रकार का form fill कराना, कोई inquiry प्राप्त करना, या product sale कराना होता है।

इसी प्रकार वो ब्लॉगर जो Niche Blogging करते हैं उनके लिए Search Intention को समझकर लिखना बेहद जरूरी है। कुछ भी अपने मन का लिखते रहने से User को कोई Value नहीं मिलती और Google की नज़र में भी आपका कॉन्टेंट Valueless हो जाता है। इसलिए चाहे ब्लॉग्गिंग का क्षेत्र हो या कॉन्टेंट मार्केटिंग का क्षेत्र, दोनों में ही ‘सर्च इंटेंशन’ का बड़ा महत्त्व है।

सर्च इंजन में कॉन्टेंट की Ranking Position भी कॉन्टेंट क्वॉलिटी पर निर्भर है। अगर गूगल ने आपके कॉन्टेंट को Top 10, Top 5 की Ranking Position दी है तो इसका मतलब यह नहीं की अब आप वहीं रहेंगे हमेशा के लिए। यदि Top Position होने के बावजूद आपका कॉन्टेंट यूजर को कोई वैल्यू नहीं दे रहा, उसके इंटेंट को पूरा नहीं कर रहा तब गूगल आपके कॉन्टेंट की positioning को पीछे धकेल देगा और जिस कॉन्टेंट पर ज्यादा क्लिक हो रहे होंगे उसे ऊपर लेकर आएगा। इसीलिए सर्च इंजन की SERP में वेबसाइट कॉन्टेंट की पोजिशनिंग ऊपर नीचे होती रहती है। लोग इसमें गलती क्या करते हैं की अपने Content Quality को बेहतर करने की बजाय Backlink बनाने में लग जाते हैं।

मुझे उम्मीद है कि आपको SEARCHER’S INTENTION की पूरी जानकारी मिल गयी होगी।
अगर आप नीश ब्लॉगर हैं या जनरल ब्लॉगर भी हैं तो कृपया इस बात का हमेशा ख्याल रखें कि आप जो भी कॉन्टेंट लिख रहे हैं उस कॉन्टेंट को सर्च करने वाला यूजर आपके कॉन्टेंट को पढ़कर पूरी तरह संतुष्ट हो एवं उसे अपनी क्वेरी का मकसद पूरा होता हुआ लगे, …बेशक चाहे आपने कोई किस्सा, कहानी या कविता ही क्यों न लिखी हो।

हां, यह सच है की SEARCHER’S INTENTION का महत्त्व CONTENT MARKETING में ही ज्यादा है।

धन्यवाद

लेखक:
रवि प्रकाश शर्मा