यक़ीनन किसी भी स्त्री के लिए गर्भवती होना ख़ुशी का क्षण होता है मगर दूजी ओर स्त्री के मन में नाना प्रकार के प्रश्न भी आते हैं। सर्वाधिक प्रचलित प्रश्न की अगर हम बात करें तो आहार को लेकर गर्भवती महिलाएं ज्यादा प्रश्न पूछती हैं। यह बात बुरी नहीं है, माँ अपने शिशु को
ब्लॉग को सफल कैसे बनाएं ? यह एक ऐसा प्रश्न है जिसे मैंने कई blog writers को पूछते सुना है। इस प्रकार के सवालों की अधिकता क्वोरा जैसी प्रचलित वेबसाइट पर देखने को मिलती है। पुराने Blog Writers की सफलता और उनके द्वारा अर्जित किया जाने वाला धन देखकर नए Blog लेखकों के मन
कौन थीं मणिकर्णिका ? आपको बता दें की झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई के बचपन का नाम था ‘मणिकर्णिका‘ जिन्हें प्यार से मनु कहकर पुकारा जाता था। रानी लक्ष्मीबाई के प्रमुख बिंदु: जन्म उत्तर प्रदेश के वाराणसी (काशी) जिले के भदौनी नामक शहर में हुआ था। जन्म तारीख दिनांक 19 नवंबर सन 1828 है। माता
Gantantra Diwas Kya Hai ? वैसे तो इस विषय की जानकारी लगभह प्रतेय भारतवासी को होगी। Republic Day Kyu Manate Hain इसके बारे में भी हम सभी देशवासी जानते होंगे। किन्तु प्रायः ये देखने अथवा सुनने में आता है कि युवा पीढ़ी, स्कूली बच्चे अभी भी इसके पूर्ण ज्ञान से वंचित हैं। वे सभी
अमूमन तौर पे उदासी एक सामान्य बात है। इंसानी जीवन में ऐसे अनगिनत पल आते हैं जो हमें उदास कर देते हैं और यह तब होता है जब कोई कार्य हमारे उम्मीद के विपरीत हो या फिर अपना प्रिय कोई दुःखदायी बात कह जय अथवा अन्य प्रकार की सामाजिक घटना। मानवीय जीवन तमाम दुःखों
दिन शनिवार, दिनांक 29 दिसंबर 2018 के दिन देश के प्रधानमंत्री उत्तर प्रदेश के ग़ाज़ीपुर पहुंचे जहाँ उन्होंने हमेशा की तरह जनसभा को संबोधित किया। संबोधन के उपरांत जब पुलिस कर्मी अपने खेमे के साथ वापस लौट रहे थे तो उनपर कुछ अराजक तत्वों ने पथराव करना शुरू कर दिया। पथराव इतना तेज़ था
शाही स्नान क्या है ? शाही स्नान विशेषतः साधु संतों के सामूहिक स्नान को ही कहते हैं। शाही स्नान के दिन साधु संत बड़ी शान शौकत के साथ हाथी, घोड़े, ऊंट, रथ पर बैठकर भारी बैंड बाजों के साथ शहर में घूमते हुए स्नान घाट पर उपस्थित होते हैं। साधू – संतों की यह
भगवान भरोसे कहे जाने वाली भारतीय रेल प्रणाली और व्यवस्था अब शायद बदलाव की करवट लेने वाली है। बदलते भारत की यही मांग भी है, क्यूंकि किसी भी देश का विकास काफी हद तक वहां की यातायात व्यवस्था पर भी निर्भर करता है। अभी तक हमने साधारण एक्सप्रेस ट्रेनों के अलावा राजधानी , शताब्दी
इस बार वर्ष 2019 की यह मकरसंक्रांति बेहद महत्त्वपूर्ण है। जिसकी खास वजह है प्रयागराज में आयोजित होने वाला अर्धकुम्भ। यूँ तो प्रतिवर्ष भारत के तमाम राज्यों व हिस्सों में Makar Sankranti मनाई जाती है किन्तु कुंभ में मकरसंक्रांति के दिन स्नान करने से इसकी विशेषता अत्यधिक गहरा जाती है। ऐसे में Prayag Raj
प्रयागराज भारत का एक ऐसा शहर जो भारतीय संस्कृति, पौराणिकता, शिक्षा, अध्यात्म, सिनेमा, साहित्य और राजनीति सभी दृष्टिकोण से जाना व पहचाना गया। उत्तर प्रदेश राज्य के पूर्वी भाग में स्थित ये शहर भारत के प्राचीनतम शहरों में से एक है। प्रयाग का नाम लेते ही हमारे मन में ये सवाल आता है कि