यूँ तो क्रिकेट एक खेल मात्र है पर क्या ऐसा भी हो सकता है कि किसी व्यक्ति को उस खेल का भगवान कह दिया जाय ! शायद नहीं !! किन्तु Cricket Ka Bhagwan जैसे शब्द से एक व्यक्ति ऐसा भी है जिसे नवाज़ा जा चुका है। अगर आप सच में क्रिकेट प्रेमी हैं तो
उलझा उलझा रहता है मन, जाने क्यूं हरदम कुछ कहता है मन, जाने क्यूं ज़िन्दगी की कैद में अरमानों का पंछी है उम्मीदों के पंख लिए जिसकी हसरतें मचलती हैं उड़ जाने का करता है मन, जाने क्यूं ये कैसा मायाजाल है जिसने हमको घेरा है हर तरफ बस ख्वाहिशों का पहरा है जीवन
प्रतिवर्ष कार्तिक पूर्णिमा के स्नान के बाद, भारत देश के कई राज्यों में मेले का आयोजन होता आया है। अधिकांशतः ये मेले दूर दराज गांव में लगते देखे जाते हैं। चूँकि मेलों का आयोजन ग्रामीण व छोटे शहरी इलाकों में ही होता है अतः उसमें विचरण करने वाले लोगों की संख्या ज्यादातर ग्रामीणों की
मनोज रसिया Studio में News पढ़ने को तैयार हैं। मनोज रसिया (समाचार पढ़ते हुए) – नमस्कार आज के बेमतलब समाचार इस प्रकार हैं ! 1) कपड़ा मंत्री पर विपक्षी पार्टियों ने कपड़ा चोरी करने का संगीन आरोप लगाया है। विपक्ष के मंत्रियों का कहना है की, मंत्री जी ने ग़रीबों में बाँटने को आये
हे भारत मातृभूमि हमारी हे भारत मातृभूमि हमारी जन्म दिया तुमने यहां पर तुमने ही चलना सिखलाया गोद में तेरी खेले हैं हम कभी न तुमने हमें रुलाया हमें है तू प्राणों से प्यारी हे भारत मातृभूमि हमारी ! तू उपवन हम फूल हैं तेरे तुमने ही हमको सींचा है नस नस बहती रक्त
भारत समेत विश्व के अन्य देशों में विगत 28 वर्षों में कई व्यापक बदलाव आये हैं जैस सूचना प्रसार के क्षेत्र , विज्ञान के क्षेत्र , शिक्षा रोजगार के क्षेत्र और यहाँ तक की लोगों का रहन सहन भी अब 90 के दशक या उसके पहले जैसा नहीं रह गया। खैर बदलाव ही इस
जी हाँ, इस साल 2018 की सबसे बड़ी शादी का इंतज़ार कुछ ही दिन में पूरा होने वाला है। आप समझ ही गए होंगे कि मैं यहाँ पर रणवीर और दीपिका के विवाह समारोह की बात कर रही हूँ। यह फ़िल्मी जोड़ा Deepveer के नाम से भी जाना जाता है। मैं समझती हूँ कि
सर्वप्रथम आप सभी को दीपावली की ढेर सारी शुभकामनाएँ। मैं कामना करती हूँ कि आप का यह त्यौहार शुभ हो। दीपावली रोशनी का उत्सव है। यह त्यौहार हमें सिखाता है कि कैसे हर अंधकारमय कोने को हम सकारात्मक रोशनी से रौशन कर सकते हैं। लेकिन क्या आपने कभी जानना चाहा है कि Deepawali को
बॉलीवुड की यह दुनिया जितनी चकाचौंध से भरी हुई है शायद उतनी गमगीन भी है। यह बताना जरूरी नहीं कि इस आलीशान ज़िंदगी के भी पीछे कितना ज़्यादा दर्द छुपा हुआ हो सकता है। इतना दर्द जो किसी शख्स की जान लेने के लिए भी काफी है। लेकिन इस Bollywood Industry का शायद महिमा
फेस्टिव सीज़न अपने चरम पर है, अगले हफ्ते दीवाली है। ज़ाहिर सी बात है कि आपने अपनी तैयारियाँ शुरू कर दी होंगी और बहुत जल्दी ही आप अपने लिए कपड़ों की ख़रीददारी भी करने जा रही होंगी तो आज का यह लेख खासकर पर आपके लिए ही है। इन त्योहारों के मौसम में कुछ