अम्मी- मैं यह जानती हूँ कि तुम यह जानती हो की वो जो औरत है, वो अब्बा की महज़ दोस्त नहीं और मैं यह भी जानती हूँ की तुम यह कभी जानना नहीं चाहती थी। जब कभी भी अब्बा रातों को दूसरे शहर में होते हैं तब यह शहर तुम्हें दोज़ख लगता है जैसे
सफलता कोई रहस्य नहीं जीवन यात्रा का एक पड़ाव मात्र है, सफलता अत्यधिक परिश्रम मंगली है। आप सफल नहीं हुए अर्थात पर्याप्त मात्रा में परिश्रम नहीं किया गया। सफलता का एक रहस्य और है वह यह है कि जीवन के कुछ पहलुओं का सही और सुनिश्चित उपाय। आपका ‘आज’, ईश्वर की ओर से आपको
भ्रष्टाचार क्या है? मनुष्य एक सामाजिक सभ्य और बुद्धिमान प्राणी है उसे अपने समाज में कई प्रकार के लिखित, अलिखित नियमों अनुशासनों और समझौतों का उचित पालन और निर्वाह करना होता है। उस से अपेक्षा होती है कि वह अपने आचरण को संतुलित और नियंत्रित रखें। इसके विपरीत कुछ भी करने पर वह भ्रष्ट
ज़िंदगी की बढ़ती आपा-धापी, पारिवारिक विखंडन, अपनों से लगातार बढ़ती दूरी और पैसा कमाने की लालसा आज हमें अकेलेपन के दल दल में धकेल चुकी है। परिवार का हर सदस्य एकांत में जी रहा है, अगर खुशियां हैं भी तो केवल कृतिम रूप में हैं जो ज्यादा वक़्त तक हमारा साथ नहीं दे पातीं।
का चौबे जी, ई रोज रोज बाल काहे रंगवाते हैं ? गांव का मुंशी मज़ाकिया लहजे से बोला। चुपकर….बार बार बाल काहे रंगवाते हैं ! अबे तेरा क्या जाता है, सजना संवारना मर्दों को भी भाता है; ग्राम प्रधान चौबे जी नें भी मज़ाकिया लहजे से उत्तर दे मारा मुंशी के मुँह पर। मुंशी
वृद्ध-आश्रम का इंग्लिश नाम है “ओल्ड एज होम” या यूरोप में इन्हें “रिटायरिंग रिट्रीट” भी कहा जाता है; इस रिट्रीट में मानसिक, आर्थिक सुरक्षा दी जाती हैं। मेडिकल सुविधाएँ हैं, मनोरंजन के साधन हैं इत्यादि, बस एक संपूर्ण घरेलू वातावरण नहीं जो कि यूरोपियन या वहाँ की संस्कृति को ज़्यादा ज़रूरी नहीं होती है।
मिर्गी जिसे डॉक्टरी भाषा में Epilepsy कहते हैं मुख्यतः यह एक न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर है “Epilepsy is a group of neurological disorders”. हम सभी जानते हैं की मनुष्य की बॉडी का पूरा कंट्रोल दिमाग से होता है जिसमें कई प्रकार की नसें होती हैं। मिर्गी की बीमारी को मेन्टल डिसऑर्डर के समान लिया जाता है
हम आधुनिकता के दौर में कितने भी आगे क्यों न चले जाएं अतीत हमेशा ही हमें अपनी ओर खींचने का प्रयास करता है। असल में अतीत वह अंकुर होता है जहाँ हम पनपते हैं और एक वृक्ष के समान बड़े हो जाते हैं, अतीत का वह अंकुर हमारी जड़ें हैं जो अगर ना होती
पॉँच पॉँच भैंसें होने के बावजूद भी मुकुंद तिवारी का मन अब एक गाय लेने का भी हो रहा था। द्वार पर आवाज़ लगाते हुए अपने सेवक ब्रिज बहादुर को बोले, जा जरा अवध मिश्रा को बुला ला तो। उनसे कहना की आज से पशु मेला शुरू है, मैं सोच रहा हूँ की एक
Google Kaise Kam Karta Hai? सर्च इंजन कैसे काम करता है? How Do Search Engine Works, दोस्तों हमने अपने पिछले लेख में यह जाना की सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन क्या है। हम यह तो जान गए की What is Search Engine Optimization, पर search engine खुद क्या है और किस प्रकार कार्य करता है इसको