गुजरात और हिमाचल मे चुनावी बिगुल बज चुका है, जहाँ सबकी नज़र नरेंद्र मोदी के गुजरात विकास मॉडल पर टिकी है। वहीं हिमाचल की तरफ़ मीडिया का ध्यान आकर्षित करने वाले हैं आज़ाद भारत के पहले वोटर ‘श्याम सरन नेगी’ । श्याम सरन नेगी के लिए इस बार खास इंतज़ाम किये जा रहे हैं
भारतीय लोगों की प्रतिभा के किस्से पूरी दुनिया मे मशहूर हैं और हों भी क्यों न भारतीय हैं ही इतने प्रतिभावान। इसी प्रतिभा की कड़ी मे एक नाम और जुड़ गया है, वो नाम हैं ‘अक्षय रुपरेलिया‘ का। अक्षय रुपरेलिया ब्रिटेन के सबसे युवा करोड़पति बन चुके हैं। उनकी उम्र अभी महज 19 साल
क्या पहला प्यार भुलाया जा सकता है ? शायद नहीं। इश्क़ एक ऐसा मर्ज़ है जिसमें जिया भी नहीं जा सकता और मरा भी नहीं जा सकता। सच तो यह भी है कि कामयाब मोहब्बत की कोई कहानी नहीं बनती; कहानी तो बनती है नाकामयाब मोहब्बत की। इतिहास में दर्ज़ ऐसी तमाम इश्क़े दास्ताँ
देश में बढ़ता पूंजीवाद आज हमें इसकदर मजबूर कर चुका है कि हम घर, गाँव अथवा अपने समाज से लगातार दूऱ होते जा रहे हैं। पैसा जीवन का अभिन्न अंग बन गया है जिसको पाने की होड़ सबमें है। माता-पिता की बढ़ती व्यस्थता और बड़े बुजुर्गों से दूर होते बच्चे एक तरह के मानसिक
सुबह के 6 बज चुके थे, समय हो चला था दुकान खोलने का। सुखीराम नें अपने किराने की दुकान का शटर खोला; शटर की आवाज़ से वहां आस पास के लोग यह जान जाते थे कि सुखीराम की दुकान खुल गयी है। अभी तड़के दुकान खोली ही थी कि एक लड़के नें सुखीराम को
देश का सर्वोच्च न्यायालय यानी “सुप्रीमकोर्ट” जिसकी पहचान किसी से छिपी नहीं है। सुप्रीमकोर्ट वो जगह है जहाँ कोई फरियादी अपनी अंतिम आस लेकर पहुँचता है। यह कहना गलत नहीं होगा की देश के सर्वोच्च न्यायालय नें हर सच्चे फरियादी को न्याय दिया है, ऐसा बहुत कम ही देखने को मिला है कि सुप्रीमकोर्ट
माँ जी मेरे बैग से किसी ने 4000 रुपये चोरी कर लिए, मेरे कमरे में कोई आया था क्या ? निर्मला नें यह सवाल अपनी सासू माँ से पूछा। सास नें निर्मला के पूछे सवाल पर कोई विशेष रूचि न दिखाई और कहा देखो शायद तुमने ही कहीं रख दिए होंगे वो पैसे। इतना
अमेरिका के शोधकर्ताओ ने यह दावा किया है कि एचआईवी (HIV) से निपटने के लिए वैक्सीन बनाने में गाय काफी मददगार साबित हो सकती है। इन लोगों के अनुसार, प्रतिरक्षा के तौर पर गाय लगातार ऐसे एंटीबॉडीज बनाती है जिनको उपयोग करके एचआईवी संक्रमण को खत्म किया जा सकता है। एचआईवी एक बहुत ही
बीएचयू पर एक नज़र: बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी की स्थापना सन 1916 में पंडित मदन मोहन मालवीय द्वारा की गयी। अतीत में बीएचयू को सेंट्रल हिन्दू कॉलेज के नाम से भी जाना जाता था। बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी का परिसर करीब 1300 एकड़ में फैला हुआ है, इतने बड़े ज़मीन का अनुदान कशी नरेश नें प्रदान
सरकारें बदलतीं हैं पर किसान की स्थिति नहीं बदलती। आज़ादी से लेकर आज तक किसानों को क्या मिला सिर्फ वादे, आश्वासन, भरोसा, दिलासा और कभी न पूरी होने वाली योजनाएं। देश कितना तरक्की कर गया, एक शराबी बिज़नेस मैन बन गया। अजी चिप्स बेचकर लोगों नें फैक्टरियां खड़ी कर ली, पर अनाज उगाने वाला