Low Back Pain in Hindi क्या करें और क्या ना करें जब लोअर बैक पेन हो। दोस्तों कहा जाता है की शरीर से ही सब कुछ है अर्थात दुनियां का हर ऐशो आराम हमारे लिए तब ही मायने रखता है जब हमारा शरीर पूरी तरह स्वस्थ हो। निरोग शरीर किसी दौलत से कम नहीं
म्यूच्यूअल फंड्स का नाम तो अपने कई बार किसी न किसी के मुंह से सुना होगा और आपने इसके विज्ञापन टीवी पर भी देखे होंगे। उस वक्त आपके दिमाग में एक सवाल आया होगा, आखिर म्यूच्यूअल फंड्स है क्या ? उस वक्त आपने कई लोगो से ये सवाल किया होगा, सभी से अलग-अलग जवाब
ददरी मेला क्या है ? क्यों लगता है ? और कब लगता है जैसे प्रश्नों का जवाब देने से पूर्व कुछ ‘बलिया’ के बारे में भी जान लेते हैं। बलिया नाम सुनकर आप शायद यह जरूर सोचते होंगे कि ये नाम आखिर पड़ा कैसे ! जानकारी के लिए आपको बता दूँ कि राक्षस राज
कन्या भ्रूण हत्या अर्थात मादा भ्रूण को गर्भ में ही खत्म कर देना। उसकी सांसों का फैसला क्यों उसके जन्म लेने से पहले ही सुना दिया जाता है ? क्या लड़की होना अभिशाप है !! क्यों उसे कोख में ही मार दिया जाता है ? कुछ लोग इस हद तक भी क्रूर होते है
On Page SEO की बात तब तक पूरी नहीं हो सकती जब तक Canonicalization SEO की बात न की जाय। तो चलिए एस.ई.ओ ऑन पेज के अध्याय में आज हम केवल कैनोनिकल टैग की बात करते हैं। आखिर क्यों कैनोनिकल टैग का इस्तेमाल किया जाता है ? और क्या इसका इस्तेमाल किया जाना जरूरी
समय जो कब शुरू हुआ और कहां इसका अंत होगा कोई नहीं बता सकता। युगों-युगों से बहती समय की धारा में ब्रम्हांड का हर एक रहस्य कैद है, दोस्तों यह कहना गलत नहीं होगा की समय वो पहिया है जिसपर हमारी गाड़ी दौड़ रही है। पृथ्वी पर उपस्थित मानवीय जीवन और उसका विकास भी
सन 1980-1990 का दशक बिन रेडियो के अधूरा था। अब रेडियो के महत्त्व को क्या बतलायें; उस ज़माने में घर के हर एक सदस्य के पास अपना रेडियो होता था। बाबा का अपना, पिताजी का अपना, माँ का अपना और पढ़ने वाले बच्चों का अपना। समाचार, क्रिकेट कमेंट्री, सखी सहेली और विविध भारती लोगों
औद्योगीकरण के जंजाल में फँसकर आज का मानव खुद भी मशीन की तरह एक निर्जीव पुर्जा बनकर रह गया है। आधुनिकता की एक होड़ में मानव को पर्यावरण की शुद्धता का ध्यान ही नहीं रह गया और यही कारण है कि उसका जीवन समस्याओं से ग्रस्त होने लगा है। मानव इस सृष्टि की सबसे
गूगल ऐड कुछ और नहीं बल्कि गूगल कंपनी का ही एक प्रोडक्ट है जिसके माध्यम से हम ऑनलाइन अपने विज्ञापन को दिखा सकते हैं। संछित शब्दों में गूगल ऐड एक एड्वरटाइजिंग प्लेटफार्म है। गूगल ऐड के इस्तेमाल से आप अपनी कंपनी अथवा उसकी सेवाओं का विज्ञापन गूगल सर्च इंजन के अतिरिक्त गूगल के सर्च
गत कुछ वर्षों से सभी को नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति का बेसब्री से इंतजार था। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2019 को लेकर सभी के मन में बहुत सारे सवाल उतपन्न हो चुके हैं कि कहीं शिक्षक की भर्ती प्रक्रिया जो थी वो मुश्किल तो नहीं हो गयी है ? तो हम बता दें कि